UPSC क्लियर न होने पर उम्मीदवार का छलका दर्द, कहा- क्यों नहीं सिखाया फेल होना नॉर्मल बात है

UPSC क्लियर न होने पर उम्मीदवार का छलका दर्द, कहा- क्यों नहीं सिखाया फेल होना नॉर्मल बात है

हर साल, लाखों उम्मीदवार सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक, यूपीएससी सीएसई को पास करने की इच्छा रखते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही उम्मीदवार सिविल सर्विस परीक्षा पास कर पाते हैं। इस परीक्षा की तैयारी की यात्रा अपने आप में एक चुनौती है। कभी-कभी, उम्मीदवार इस परीक्षा को पास करने के लिए सालों लगा देते हैं लेकिन अपना लक्ष्य को हासिस करने में असफल हो जाते हैं। आज हम आपको एक 26 वर्षीय यूपीएससी उम्मीदवार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने एक वेबसाइट पर अपनी बात शेयर करते हुए बताया कि कैसे हमें असफलता यानी फेलियर को हैंडल करना नहीं सिखाया गया है।उम्मीदवार ने बताया कि साल 2021 में नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास कर समाज के लिए कुछ करने का फैसला किया था। हालांकि, वह परीक्षा क्वालिफाई करने में असफल रहे। बाद में, वह एक एनजीओ से जुड़ गए और कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) देने का फैसला किया, लेकिन वहां भी अच्छा परसेंटाइल स्कोर नहीं कर पाए थे।उन्होंने कहा, "मैं फेल हो गया था, परीक्षा में फेल होने से ज्यादा मैं अपनी नजरों में फेल हो गया। जब आप यूपीएससी में फेल होते हैं तो आप केवल रिजल्ट के दिन ही असफल नहीं होते हैं, आप हर दिन फेल होते हैं।उम्मीदवार ने आगे बताया, लगभग हर कदम पर फेल होने के बाद मुझे एक बात का एहसास हुआ कि, फेल होना सक्सेसफुल होने से काफी कॉमन है और  यह इतनी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि अभी तक कोई भी हमें ये नहीं सिखाता है कि जब आप फेल हो जाते हैं, तो उस स्थिति को कैसे हैंडल करना चाहिए। प्री स्कूल से लेकर आज तक हमें सिर्फ बेस्ट करने के लिए कहा जाता रहा है।  मेरा प्रश्न है क्यों? अगर मुझे सिखाया जाता कि फेल होना एक नॉर्मल बात हैं तो शायद मैं मानसिक रूप से परेशान न होता।उन्होंने कहा, जब मेरे बच्चे होंगे तो मैं उन्हें खुश रहना सिखाऊंगा। मैं उन्हें सिखाऊंगा कि आपका करियर आपके जीवन का एक छोटा सा हिस्सा है, न कि पूरी जिंदगी। मैं उन्हें पैसे के साथ या उसके बिना खुश रहना और अच्छा इंसान बनना सिखाऊंगा, क्योंकि अब मैं जान गया हूं कि सक्सेस और फेलियर का जीवन में आना जाना लगा रहेगा, लेकिन खुशी हमेशा रहनी चाहिए।

2024-05-04 21:18:31

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