UPSC CSE : यूपीएससी क्रैक कर IAS, IPS बनना है लक्ष्य तो पहले पढ़ लें ये जरूरी बातें

UPSC CSE : यूपीएससी क्रैक कर IAS, IPS बनना है लक्ष्य तो पहले पढ़ लें ये जरूरी बातें

एक बार एक छात्र यूपीएससी सिविल सेवा के इंटरव्यू के पड़ाव तक पहुंचा। इंटरव्यू बोर्ड ने देखा कि उसका रिकॉर्ड बहुत शानदार रहा है। सवाल-जवाब के दौर में एक बोर्ड सदस्य ने पूछा, ‘आप इतनी जानकारी कैसे रखते हैं?’ छात्र ने जवाब दिया, ‘मैं अखबार फेंकने से पहले यह देखता था कि कहीं उसमें ऐसी कोई जानकारी तो नहीं, जो मैं अभी तक जान नहीं पाया? मेरी इस आदत ने मेरे अंदर ज्ञान के प्रति भूख जगाए रखी।’अगर आप सिविल सेवा अधिकारी बनने का सपना देखते हैं, तो विविध जानकारियों की ऐसी ही भूख आपको अपने अंदर जगानी होगी। क्योंकि इस परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। यह यात्रा कुछ माह तक सीमित नहीं होती। इसलिए शुरू से ही अपने अंदर एक आग जलाए रखनी होती है।क्या है यह परीक्षासिविल सेवा परीक्षाएं यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती हैं। 1000 से 1100 तक की संख्या में अधिकारियों की नियुक्ति ग्रुप ए के तहत होती है। बिना भेदभाव के, पसंद, परीक्षा में प्रदर्शन और रैंकिंग के आधार पर उत्तीर्ण छात्रों को विभिन्न सेवाओं में प्रस्ताव दिए जाते है। जैसे क्रम में आईएफएस, आईएएस, आईपीएस, आईआरएस। तो, अगर आप स्नातक हैं तो अधिकतम 32 वर्ष की आयु तक, (एससी एसटी वर्ग के लिए 37 वर्ष और ओबीसी के लिए 35 वर्ष) इस परीक्षा को आजमा सकते हैं।क्या होती है प्रक्रियायूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के कुल तीन चरण होते हैं- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा व साक्षात्कार। प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं, जो एक ही दिन की दो शिफ्ट में लिए जाते हैं - जनरल स्टडीज (पेपर I) एवं सिविल सर्विस ऐप्टीट्यूड टेस्ट यानी सीसैट (पेपर II)। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के इस चरण को उत्तीर्ण कर आप मुख्य परीक्षा में बैठ सकते हैं। मुख्य परीक्षा में आपको कुल 9 पेपर देने होते हैं। जो कि विवरणात्मक (डिस्क्रिप्टिव) प्रकृति के होते हैं। इसमें चयन होने पर साक्षात्कार में बुलाया जाता है और उसके पश्चात चयन मेरिट लिस्ट के आधार पर होता है। आपके स्कोर के आधार पर सेवा का प्रस्ताव मिलता है।सीएसई है लक्ष्य, तो पहले समझें खास बातेंजून 16 को यूपीएससी सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2024 आयोजित होनी है। भारतीय प्रशासनिक सेवाओं का हिस्सा बनाने वाली सिविल सेवा परीक्षाएं (सीएसई) स्वर्णिम भविष्य का द्वार मानी जाती हैं। लेकिन इसे दुनिया की कठिनतम परीक्षाओं में भी शुमार किया जाता है। इसीलिए इसे लक्ष्य करने से पहले कुछेक पहलुओं पर अच्छी तरह विचार कर लेना चाहिए। बता रहे हैं हमारे विशेषज्ञक्या हो रणनीति ?सफल लोगों की मानें तो सिविल सेवा परीक्षा को 3 से 4 वर्ष देने के लिए तैयार रहें। क्योंकि इस परीक्षा का सिलेबस बहुत विस्तृत है और कई विषयों से संबंधित है। अत: आपको ग्रेजुएशन के पहले वर्ष से ही उस पर फोकस करना प्रारंभ कर देना चाहिएक्या होती हैं चुनौतियां- बहुत विस्तृत सिलेबस और उसकी तैयारी।- इसमें हर साल 9-10 लाख के लगभग उम्मीदवार बैठते हैं। हर साल इसमें आईआईटी और आईआईएम से बैठने वाले बहुत से युवा होते हैं।- हर साल इस परीक्षा का स्तर कठिन होता जा रहा है। सिर्फ तथ्यों को याद करने से काम नहीं बनता।- परीक्षा की तैयारी का एक फॉर्मूला नहीं होता है।- लंबी तैयारी के बाद भी नतीजे के बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं होता।- परीक्षा के तीन चरण यानी प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू एक समान कठिन होते हैं।- लंबी परीक्षा प्रक्रिया धैर्य की भी परीक्षा होती है।इन बातों को अपनी रणनीति में शामिल करें:1- यूपीएससी परीक्षा के पूरे स्ट्रक्चर को ध्यान से देखकर उसका आकलन करना जरूरी है, ताकि आप यह जान सकें कि किस परीक्षा में आपको किन विषयों से किस प्रकार के प्रश्न हल करने होंगे।2- पढ़ाई को रुटीन में शामिल करें। 3-  चूंकि यूपीएससी के विषय का दायरा बहुत वृहद् है, अत: प्रत्येक विषय के नोट्स तैयार करना बेहद जरूरी है। उनसे रिवीजन में आसानी होती है। नोट्स कैसे होने चाहिए, इसके लिए सफल छात्रों के कई सैम्पल आपको इंटरनेट पर मिल जाएंगे।4-  एक सही टेस्ट सिरीज का चुनाव बेहद जरूरी है। इसमें अपने गाइड से जानकारी लें। इससे आपको यह पता चलेगा कि आपको आगे किस विषय में और कितनी तैयारी की जरूरत है।5- इंटरनेट पर सफल अभ्यर्थियों के इंटरव्यू देखें। अपना आकलना करें।6- टाइम मैनेजमेंट करें। हर घंटे का आकलन करें कि इसमें आपने क्या किया।7- राइटिंग स्किल्स को विकसित करना बेहद जरूरी है, मुख्य परीक्षा में आपको सीमित समय के अंदर सब्जेक्टिव जवाब लिखना है और आपकी मुख्य परीक्षा आपकी सफलता या असफलता को तय करती है।8 - करेंट अफेयर्स पर पकड़ बनाने के लिए नियमित रूप से समाचार पत्र कम से कम 1 घंटा छानें जरूर और महत्वपूर्ण संपादकीय लेखों को सहेजकर रखें और उसमें तथ्यों को अंडरलाइन करें। यह आपको लिखित परीक्षा के साथ साक्षात्कार में भी बड़ा स्कोर प्राप्त करने में मदद करेगा।9- सोशल मीडिया पर कम से कम समय दें या बचकर रहें।10. सकारात्मक रुख रखें।कुछ मिथक- बड़े कॉलेजों के छात्र ही इस परीक्षा के योग्य होते हैं।तथ्य: यह परीक्षा आपकी जानकारी ही नहीं, व्यक्तित्व, माइंडसेट, स्किल्स, क्रिटिकल थिंकिंग, विश्लेषण क्षमता और सेवाभाव की परीक्षा भी लेती है।- अंग्रेजी माध्यम से सफलता की संभावना ज्यादा।तथ्य : इस परीक्षा में आप अपनी भाषा खुद चुन सकते हैं। जो भी भाषा चुनें, उसमें आपकी अभिव्यक्ति स्पष्ट और बढ़िया पकड़ होना जरूरी होता है।- कोचिंग इस परीक्षा के लिए जरूरी होती है।तथ्य: कोचिंग से आपको मदद मिलती है, लेकिन कोचिंग सफलता का एकमात्र रास्ता नहीं। कम से कम 16 घंटे तैयारी करनी होगी।तथ्य: पूरी तैयारी टाइम मैनेजमेंट, विषयों पर पकड़, अपनी जरूरतों और तैयारी के बीच संतुलन बनाने की कुशल रणनीति की बात है। सिर्फ हर दिन 15-16 घंटे पढ़ना ही इसकी गारंटी नहीं है।छोटे शहरों के बड़े सपनेयूपीएससी सिविल सेवा के लिए यदि हम सफल युवाओं का औसत निकालें, तो पाएंगे कि भारत के दूर दराज के छोटे कस्बों के युवा अपनी मेहनत से सफलता की कहानियां लिख रहे हैं। यदि बीते 5 वर्षों के सफल छात्रों को देखें, तो हरेक वर्ष सबसे अधिक सफल युवा उत्तर प्रदेश से 110 से 125 के आसपास थे, वहीं दूसरे नंबर पर राजस्थान और तमिलनाडु रहा। इनमें प्रत्येक राज्य के छोटे-छोटे जिलों से अमूमन 90 से 95 युवाओं ने सफलता पायी। बिहार और आंध्र से 60 से 70 युवाओं ने यह परीक्षा निकाली।

2024-06-06 08:52:33

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