UPPSC : चुनाव बाद राजकीय स्कूलों को मिलेंगे 435 शिक्षक, आयोग ने नियुक्ति के लिए भेजी सूची

UPPSC : चुनाव बाद राजकीय स्कूलों को मिलेंगे 435 शिक्षक, आयोग ने नियुक्ति के लिए भेजी सूची

UPPSC LT Grade Teacher : आम चुनाव के बाद राजकीय हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों को 435 शिक्षक मिलेंगे। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अभिलेख सत्यापन के बाद 402 सहायक अध्यापकों और 33 प्रवक्ताओं के नाम शिक्षा निदेशालय में माध्यमिक शिक्षा विभाग को भेजे हैं। चार जून के बाद इन चयनित शिक्षकों से स्कूलों का विकल्प ऑनलाइन लेते हुए तैनाती की जाएगी। राजकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक (स्नातक वेतनक्रम या एलटी ग्रेड) के रिक्त 10768 पदों पर भर्ती के लिए 15 मार्च 2018 को विज्ञापन जारी हुआ था। अभ्यर्थियों की मांग पर आयोग ने पिछले साल प्रतीक्षा सूची से 968 अभ्यर्थियों का चयन किया। इन सभी को अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया था। अभिलेख सत्यापन में आधे से अधिक अभ्यर्थी छंट गए और केवल 402 अभ्यर्थियों की सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की संस्तुति की गई है। इसी प्रकार प्रवक्ता भर्ती 2020 की प्रतीक्षा सूची से चयनित 33 अभ्यर्थियों को भी तैनाती देने की सिफारिश आयोग ने की है।आयोग के बाहर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन:राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के जून और दिसंबर 2022 के संयुक्त सत्र और जून-दिसंबर 2023 में यूजीसी नेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने यूपीपीएससी से अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती में अवसर देने की मांग की है। इन अभ्यर्थियों ने मंगलवार को नवगठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग एलनगंज के बाहर प्रदर्शन किया और आवेदन का अवसर देने की मांग की।अभ्यर्थियों पवन यादव, आशीष सिंह, आदित्य सिंह, जयकिशन सिंह, अमित पटेल, संदीप वर्मा, अनुभव उपाध्याय, कार्तिके त्रिपाठी, कृष्णा सिंह व राज शुक्ला का कहना है कि कोरोना के कारण विविध शिक्षण एवं परीक्षा सत्र नियत समय पर संचालित नहीं हो सके। परिणामस्वरूप अनेक अभ्यर्थी नेट परीक्षा की तैयारी के बाद भी परीक्षा समय से आयोजित न होने के कारण सहायक प्रोफेसर भर्ती के लिए वांछित योग्यता हासिल नहीं कर पाए। विभिन्न आयोगों ने कोरोना से प्रभावित विद्यार्थियों को आवेदन एवं अन्य विविध अवसर प्रदान किए हैं। लिहाजा आग्रह है कि विद्यार्थियों के हित में विज्ञापन संख्या 51 के आवेदन पोर्टल को एक सप्ताह के लिए पुन खोलने की कृपा करें। अन्यथा की स्थिति में न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होंगे। 

2024-04-03 12:03:07

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