
UPP UP Police Constable Exam : नई परीक्षा तिथि के ऐलान से पहले यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती को लेकर बड़ा फैसला
UP Police Constable Exam : यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने एग्जाम आयोजित करने वाली गुजरात की कंपनी एजुटेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। अब अहमदाबाद बेस्ड यह कंपनी राज्य की अन्य किसी भी विभाग की भर्ती परीक्षा नहीं करा सकेगी। पेपर लीक के बाद से इस कंपनी का संचालक अमेरिका चला गया है। एसटीएफ की ओर से कई बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ के पास पेपर लीक में कंपनी की लापरवाही के ठोस सबूत हैं।चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी शुरू हो गई है। भर्तियों को रफ्तार देने के सीएम योगी के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने दोबारा लिखित परीक्षा कराने की कवायद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड बहुत जल्द एग्जाम आयोजित कराने वाली परीक्षा एजेंसी का चयन करने वाला है। इसके अलावा अभ्यर्थियों की ओर से जताई गई आपत्तियों के निपटारे के लिए भर्ती प्रक्रिया में भी जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश की पालना करते हुए छह माह के भीतर यूपी पुलिस कांस्टेबल री एग्जाम कराने की तैयारी है। गौरतलब है कि इस साल 18 फरवरी और 19 फरवरी को यूपी पुलिस में कांस्टेबल के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें 43 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। लेकिन पेपर लीक होने बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को रद्द कर दिया था और छह महीने में यह परीक्षा दोबारा कराने का आदेश दिया था। अभ्यर्थियों को परीक्षा की नई तिथि का ब्रेसब्री से इंतजार है। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती री-एग्जाम में सभी अभ्यर्थियों के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में यात्रा की फ्री सुविधा रहेगी। परीक्षा के दौरान वे एडमिट कार्ड दिखाकर रोडवेज बसों में फ्री यात्रा कर सकेंगे। उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।भर्ती परीक्षाओं को फुलप्रूफ बनाने को लेकर योगी सरकार के लिया बड़ा फैसला- एक भर्ती परीक्षा कराने के लिए चार एजेंसियों की अलग-अलग जिम्मेदारी होगीएक भर्ती परीक्षा कराने के लिए चार एजेंसियों की अलग-अलग जिम्मेदारी होगी। परीक्षार्थियों को अपने गृह मंडल के बाहर परीक्षा देने जाना होगा। निशक्तों और महिलाओं पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। चार लाख से अधिक परीक्षार्थी होने पर दो चरणों में परीक्षा होगी। रिजल्ट बनाने में धांधली रोकने के लिए आयोग और बोर्ड में ही ओएमआर शीट की स्कैनिंग कराई जाएगी।- परीक्षा केंद्र बनाने के लिए दो श्रेणियां बनाई गई हैं। पहली श्रेणी में राजकीय इंटर कॉलेज से लेकर मेडिकल व इंजीनयिरंग कॉलेजों को रखा गया है। दूसरी श्रेणी में एडेड स्कूलों को रखा गया है। वित्त विहीन स्कूलों व कॉलेजों में परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।- गोपनीय कोड रहेंगे अपर मुख्य सचिव कार्मिक डा. देवेश चतुर्वेदी ने गुरुवार की रात शासनादेश जारी करते हुए सभी आयोगों व बोर्डों को भेज इसे दिया है। एक पाली में अधिकतम पांच लाख परीक्षार्थियों को ही रखा जाएगा। पीसीएस परीक्षा को एक ही पाली में कराने की छूट होगी। प्रश्नपत्र के हर पन्ने पर गोपनीय सुरक्षा चिह्न जैसे यूनीक बार कोड, क्यूआर कोड, यूनीक सीरियल नंबर डालने होगा। जिससे जरूरत पर उसकी सीरीज के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।मल्टीलेयर पैकेजिंग- प्रश्नपत्र लाने व ले जाने के बक्से की टेंपर प्रूफ मल्टीलेयर पैकेजिंग होगी। प्रश्नपत्र सेटिंग के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक द्वारा प्रश्नपत्र छापने वाली एजेंसी का नियमित निरीक्षण किया जाएगा।चार एजेंसियों को मिली अलग-अलग जिम्मेदारी- एजेंसी-ए का काम प्रश्नपत्र तैयार करना, छपवाना और सभी जिलों के कोषागार में पहुंचाना होगा।- एजेंसी-बी का काम परीक्षा कराना, इसमें प्रश्नपत्रों को कोषागार से परीक्षा केंद्र तक पहुंचाना, परीक्षा केंद्र की सभी व्यवस्था व परीक्षा के बाद ओएमआर शीट को आयोग व बोर्ड तक पहुंचाना होगा।- एजेंसी सी का काम परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था, इसमें सिक्योरिटी, फ्रिस्किंग, बायोमैट्रिक कैप्चर, सीसीटीवी, कंट्रोल रूम की व्यवस्था करना होगा।- एजेंसी-डी का काम ओएमआर शीट की स्कैनिंग आयोग व बोर्ड परिसर में ही कराकर परीक्षा का स्कोर चयन संस्था को उपलब्ध कराना होगा।- तीन सेटों में ओएमआर शीट, मूल प्रति आयोग के पास होगीओएमआर शीट तीन सेटों में होगी। मूल प्रति आयोग व बोर्ड के पास होगी। दूसरी सीलबंद कोषागार व तीसरी अभ्यर्थियों को दी जाएगी। परीक्षा के दौरान आयोग व बोर्ड किसी भी तरह की अफवाह का खंडन करेगा। परीक्षा के दौरान एसटीएफ व पुलिस के संपर्क में रहेंगे। परीक्षा के दौरान कंट्रोल रूम से कड़ी निगरानी की जाएगी।
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