
UP Scholarship : यूपी में छात्रवृत्ति आवेदन की प्रक्रिया होगी सरल, ये होंगे बदलाव
छात्रवृत्ति का लाभ शत-प्रतिशत बच्चों को मिले शासन इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाने की तैयारी कर रहा है। समाज कल्याण निदेशालय ने विभागीय अधिकारियों से आवेदन की प्रक्रिया में होने वाली समस्याओं का फीडबैक लिया, जिसके आधार पर कई बड़े बदलाव किए जाएंगे। सबसे अहम दो-तीन कॉलम में ही विद्यार्थियों को सूचना भरनी होगी। शेष कॉलम क्लिक करते ही ऑटो अपडेट हो जाएंगे।छात्रवृत्ति का लाभ पाने में छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था के बावजूद मशक्कत करनी पड़ती है। इसके लिए निदेशालय में हेल्पलाइन भी है। फिर भी हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति का लाभ पाने से वंचित रह जाते हैं। सरकार का मकसद है कि छात्रवृत्ति के अर्ह सभी बच्चे इसका लाभ पाएं। इस क्रम में निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिलों के समाज कल्याण अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग में सुझाव मांगे, जिसमें अधिकारियों ने कठिनाइयों को गिनाया। निदेशालय ने बिंदुओं को सर्वसम्मति के साथ स्वीकार किया।सुझाव स्वीकार किएआवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगासरकार का लक्ष्य शत प्रतिशत बच्चों को छात्रवृत्ति का लाभ देना है। लिहाजा, छात्रवृत्ति के आवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाने की निदेशालय तैयारी कर रहा है। इसका प्रारूप अधिकारियों से मिले सुझाव के आधार पर तैयार किया जा रहा है। जल्द ही, इसका प्रारूप जारी कर दिया जाएगा। -त्रिनेत्र कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी- दशमोत्तर दशमोत्तर में 11-12वीं के 10-20 प्रतिशत बच्चे छात्रवृत्ति का लाभ ले पा रहे हैं। शत प्रतिशत बच्चे आवेदन करें। इसका ध्यान जिला समाज कल्याण अधिकारी और कॉलेज स्तर से रखा जाएगा।- संशोधन फॉर्म भरते वक्त हुई त्रुटियों में सुधार के लिए बच्चों के साथ इंस्टीट्यूट की लॉग इन पर भी फॉर्म खुलेगा। कॉलेज अपने स्कूल बच्चों के फॉर्म की त्रुटियां ठीक कराएं।- घोषणा पत्र अभी घोषण पत्र करीब 15 लाइन का होता है। इसमें भी छात्रों से गलतियां होतीं हैं। तय किया गया कि घोषण पत्र में बच्चों को हां-ना में जवाब देना होगा।- हार्ड कॉपी ऑनलाइन आवेदन करने के बाद फॉर्म की हॉर्ड कॉपी छात्रों को जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में जमा करनी पड़ती है। अब हार्ड कॉपी जमा करने से राहत मिलेगी।- कम होंगे कॉलम अभी करीब 35 कॉलम में छात्रों को अपनी सूचनाएं भरनी पड़ती हैं। कॉलम की संख्या 15 से 20 की जाएगी। इनमें भी 2-3 में ही छात्रों को सूचना भरनी होगी। शेष क्लिक करते ही ऑटो अपडेट हो जाएंगे।- दूसरे बोर्ड भी शामिल यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई के आवेदन को सिस्टम स्वीकार कर लेता है। दूसरे राज्यों में पढ़े बच्चों के आवेदन को सिस्टम सस्पेक्टेड करार देता है, कॉलेज से सत्यापित कराने की झंझट होती थी। अब यह समस्या खत्म हो जाएगी।
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