
UGC NET : यूजीसी नेट के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, ये ग्रेजुएट छात्र भी योग्य, Phd में मिलेगा दाखिला
यूजीसी नेट के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 मई तक बढ़ा दी गई है। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 10 मई 2024 थी। नए शेड्यूल के मुताबिक एग्जामिनेशन फीस 16 मई तक जमा कराई जा सकती है। आवेदन फॉर्म में करेक्शन की विंडो 18 मई से 20 मई 2024 तक खुलेगी। यूजीसी नेट की परीक्षा 18 जून, 2024 को आयोजित की जाएगी। पहले परीक्षा 16 जून को होनी थी। एग्जाम 83 विषयों में पेन पेपर मोड में होगा। आपको बता दें कि देश भर के विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में जूनियर प्रोफेसर फेलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए यूजीसी की नेट परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाता है। UGC NET स्कोर से ले सकेंगे पीएचडी में दाखिलायूजीसी नेट 2024 स्कोर का उपयोग विभिन्न विश्वविद्यालयों व उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाओं के स्थान पर पीएचडी डिग्री कोर्स में दाखिले के लिए किया जा सकेगा। यूजीसी नेट परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर इन तीन कैटेगरी में विद्यार्थियों को बांटा जाएगा। निम्न 3 कैटेगरी में पात्र होंगे यूजीसी नेट छात्र-कैटेगरी 1 में वे उम्मीदवार होंगे जो पीएचडी में एडमिशन, जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति तीनों के लिए पात्र होंगे।कैटेगरी 2 में वे उम्मीदवार होंगे जो पीएचडी में एडमिशन और असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए पात्र होंगे।कैटेगरी 3 में जो उम्मीदवार होंगे वे सिर्फ पीएचडी में दाखिले के लिए पात्र होंगे। पीएचडी प्रवेश के लिए, कैटेगरी 2 और 3 में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त नेट स्कोर एक वर्ष की अवधि के लिए मान्य होंगे।4 साल की ग्रेजुएशन वाले पीएचडी के लिए देंगे यूजीसी नेटचार वर्षीय स्नातक वाले अंतिम वर्ष के विद्यार्थी भी अब राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा यानी नेट दे सकते हैं। चार-वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम वाले उम्मीदवारों को उस विषय में उपस्थित होने की अनुमति है जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं, चाहे उन्होंने जिस भी विषय में चार-वर्षीय स्नातक की डिग्री प्राप्त की हो।चार वर्षीय स्नातक डिग्री वाले छात्र अब सीधे राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में शामिल होने के साथ ही पीएचडी भी कर सकते हैं। जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के साथ या उसके बिना पीएचडी करने के लिए अभ्यर्थियों को अपने चार साल के स्नातक पाठ्यक्रम में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड की आवश्यकता होगी। अब तक, नेट के लिए अभ्यर्थी को न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर डिग्री की आवश्यकता होती थी। चार साल की स्नातक डिग्री वाले अभ्यर्थी अब सीधे पीएचडी कर सकते हैं और नेट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। ऐसे उम्मीदवारों को जिस भी विषय में वे पीएचडी करना चाहते हैं, उसमें करने की अनुमति होगी, भले ही उन्होंने किसी भी विषय में चार वर्षीय स्नातक डिग्री प्राप्त की हो। चार साल या आठ सेमेस्टर के स्नातक डिग्री कार्यक्रम में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक या इसके समकक्ष ग्रेड प्राप्त होना चाहिए। यूजीसी द्वारा समय-समय पर लिए गए निर्णय के अनुसार, अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर), दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और कुछ अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए पांच प्रतिशत अंक या इसके समकक्ष ग्रेड की छूट दी जा सकती है।न्यूनतम पासिंग मार्क्सअनारक्षित श्रेणी - 40 प्रतिशत आरक्षित श्रेणी - 35 प्रतिशत यूजीसी नेट में उम्मीदवारों को हर पेपर में अलग-अलग पास होना होता है। पेपर 1 में अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 100 में से 40 अंक प्राप्त करने होते हैं, जबकि आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 100 में से 35 अंक प्राप्त करने होते हैं। पेपर 2 में अनारक्षित उम्मीदवारों को 200 में से 70-75 अंक प्राप्त करने होंगे जबकि ओबीसी और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों से संबंधित उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम अंक 65 से 70 होंगे। एससी के लिए 60 से 65 और एसटी के लिए 55 से 60 है।आवेदन शुल्क : अनारक्षित या सामान्य वर्ग के लिए 1150 रुपए है। ईडब्ल्यूएस, ओबीसी एनसीएल अभ्यर्थियों को 600 रुपए देने होंगे, वहीं एससी, एसटी और दिव्यांगों को मात्र 325 रुपए जमा कराने होंगे।
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