UGC NET मार्क्स से PhD में दाखिले के विरोध में उतरे छात्र संगठन, जानें क्या दे रहे तर्क

UGC NET मार्क्स से PhD में दाखिले के विरोध में उतरे छात्र संगठन, जानें क्या दे रहे तर्क

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से पीएचडी से संबंधित नोटिफिकेशन को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने विरोध जताया है। जेएनयू छात्र संघ ने भी इसे छात्रहितों के खिलाफ कहा है। आइसा, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया सहित अन्य संगठन यूजीसी के इस निर्देश से सहमत नहीं हैं। जेएनयूएसयू ने यूजीसी के नए पीएचडी प्रवेश परीक्षा नीति का विरोध किया है। जेएनयू छात्र संघ के नव निर्वाचित अध्यक्ष धनंजय का कहना है कि यह परिपत्र सभी भारतीय विश्वविद्यालयों में पीएचडी कार्यक्रमों के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा के रूप में यूजीसी नेट परीक्षा को अनिवार्य बनाता है। इसमें पारदर्शिता की कमी है। यूजीसी ने छात्रों से परामर्श किए बिना यह निर्णय लिया और तथाकथित विशेषज्ञ समिति के बारे में कोई विवरण नहीं दिया गया है।उन्होंने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की भूमिका संदिग्ध रही है। यह नीति विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता में कटौती है। जेएनयूएसयू इस नीति को विवादास्पद सीयूईटी (केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा) कार्यान्वयन के समान, विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को कमजोर करने के एक और प्रयास के रूप में देखता है।बिना UGC NET और PhD किए प्रोफेसर बनने का मौका, दिल्ली की नामी यूनिवर्सिटी में निकली बंपर भर्तीछात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जारी बयान में कहा है कि इस नीति में छात्र हितों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। संगठन के अध्यक्ष वीपी सानू ने कहा कि यह नीति छात्रों के लिए हानिकारक है, क्योंकि यह उन छात्रों को पीएचडी करने से रोकेगी, जो नेट परीक्षा में सफल नहीं हो पाते हैं। यह नीति शिक्षा में निजीकरण को बढ़ावा देगी। छात्र संगठनों ने मांग की है कि यूजीसी इस नीति को वापस ले।यूजीसी नेट अंक का इस्तेमाल दाखिले के लिए होगायूजीसी के अनुसार, राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (एनईटी) में अर्जित अंक का इस्तेमाल 2024-25 से पीएचडी में दाखिले के लिए किया जाएगा, जिससे विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। छात्र विभिन्न संस्थानों में पीएचडी कार्यक्रमों के वास्ते आवेदन करने के लिए किसी भी सत्र के अपने ‘अंक’ का इस्तेमाल कर सकते हैं।संयुक्त मेधा सूची के आधार पर प्रवेशपीएचडी में प्रवेश एनईटी में अर्जित अंक और साक्षात्कार या मौखिक परीक्षा के अंकों के आधार पर तैयार संयुक्त मेधा सूची के आधार पर होगा। यूजीसी एनईटी का परिणाम उम्मीदवार की ओर से प्राप्त अंकों के साथ परसेंटाइल में घोषित किया जाएगा ताकि पीएचडी में प्रवेश के लिए अर्जित अंकों का उपयोग किया जा सके। 

2024-03-30 21:44:27

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