UGC : इंजीनियरिंग, मेडिकल, Phd व MPhil समेत ये 20 कोर्स डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड से बैन, देखें लिस्ट

UGC : इंजीनियरिंग, मेडिकल, Phd व MPhil समेत ये 20 कोर्स डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड से बैन, देखें लिस्ट

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी) ने उन विषयों की लिस्ट जारी की है जिनसे जुड़े कोर्स ओपन डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन मोड से करना बैन हैं। यूजीसी ने इन कोर्सेज को ओपन डिस्टेंस व ऑनलाइन मोड से करने पर प्रतिबंध लगा रखा रखा है। यूजीसी की ओर से जारी लिस्ट में इंजीनियरिंग, मेडिकल, फिजियोथेरेपी, फार्मेसी, नर्सिंग, लॉ, एग्रीकल्चर समेत कई अन्य कोर्स शामिल हैं। यूजीसी ने कहा है कि पीएचडी और एमफिल को भी डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड से नहीं किया जा सकता। यहां देखें पूरी लिस्ट1. इंजीनियरिंग2. मेडिकल3. फिजियोथेरेपी4. ओक्यूपेशनल थेरेपी व अन्य पैरा मेडिकल संकाय5. फार्मेसी6. नर्सिंग 7. डेंटल8. आर्किटेक्चर9. लॉ10. एग्रीकल्चर11. हॉर्टिकल्चर12. होटल मैनेजमेंट13. कैटरिंग टेक्नोलॉजी14. कलिनरी साइंसेज15. एयरक्राफ्ट मैनटेनेंस16. विजुअल आर्ट्स एंड स्पोर्ट्स17. एविएशन18. यूजी व पीजी लेवल पर योग व टूरिज्म, हॉस्पिटेलिटी मैनेजमेंट कोर्स।19. एमफिल20. पीएचडीPhD : पीएचडी में दाखिले के लिए देनी होगी परीक्षा, UGC NET व JRF वालों को छूटयूजीसी ने नोटिस में उन संस्थानों के नामों का भी जिक्र किया है जिनमें ओडीएल व ऑनलाइन कोर्सेज ऑफर करने से प्रतिबंधित किया गया है। इन संस्थानों को फरवरी 2024 से शुरू सत्र में 'नो एडमिशन कैटेगरी' में डाला गया है। ये संस्थान हैं- नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एनएमआईएमएस) , महाराष्ट्र - एकेडमिक सेशन फरवरी 2024 के लिए ओडीएल कोर्सेज में एडमिशन पर बैन।श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी , आंध्र प्रदेश- एकेडमिक सेशन फरवरी 2024 के लिए ओडीएल कोर्सेज में एडमिशन की अनुमति नहीं।पेरियार यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु - एकेडमिक सेशन फरवरी 2024 के लिए ओडीएल कोर्सेज में एडमिशन की अनुमति नहीं।ऑनर्स डिग्री के लिए चौथे वर्ष की पढ़ाई भी कर सकते हैं यूजी फाइनल ईयर के छात्रयूजीसी ने थर्ड/ फाइनल ईयर के सभी अंडर ग्रेजुएट (यूजी) छात्रों को ऑनर्स या रिसर्च डिग्री हासिल करने के लिए चौथे साल पढ़ाई करने की अनुमति दे दी है। ये विद्यार्थी अब चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत पंजीकृत हो सकेंगे। यूजीसी सर्कुलर के मुताबिक हालांकि इन स्टूडेंट्स को चौथे वर्ष की पढ़ाई करने के लिए एक कॉलेज चुनना होगा जहां पोस्ट ग्रेजुएट सेंटर हो। साथ ही गैप कवर करने के लिए एक ब्रिज कोर्स भी करना होगा। ये ब्रिज कोर्स संबंधित यूनिवर्सिटीज द्वारा ही निर्धारित किया जाएगा। 

2024-03-20 12:08:02

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