
सेना भर्ती पूर्व प्रशिक्षण में लड़कों को मौका, लड़कियों को क्यों नहीं
सैन्य बलों में लड़कियों के लिए लगभग हर स्तर पर भर्ती के दरवाजे खुल चुके हैं। लेकिन, सैनिक कल्याण विभाग की ओर से आयोजित होने वाले भर्ती पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण में लड़कियों को मौका नहीं मिल रहा है। बता दें कि सैन्य बलों में भर्ती के लिए सैनिक कल्याण विभाग समय-समय पर सैनिक आश्रितों को 56 दिन का निशुल्क प्रशिक्षण देता है। थल सेना, वायु सेना, नौसेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को यह मौका दिया जाता है।साढ़े सत्रह से 21 वर्ष के युवा इस प्रशिक्षण में शामिल होते हैं। उत्तराखंड में सैनिक आश्रित लड़कों के लिए वर्षों से निशुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था चली आ रही है। लेकिन, लड़कियों को समान रूप से मौका नहीं मिल पा रहा है, जिस पर अब पूर्व सैनिक संगठन सवाल उठा रहे हैं। उनकी मांग है कि इस तरह के निशुल्क प्रशिक्षण में लड़कियों को भी मौका दिया जाना चाहिए।सेना में भर्ती पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण में लड़कियों को भी समान अवसर मिलना चाहिए। इसके लिए सैनिक कल्याण निदेशालय को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाना चाहिए। - शमशेर सिंह बिष्ट, अध्यक्ष-पीबीओआर पूर्व सैनिक संगठनलड़कियों को सेना में विभिन्न स्तरों पर मौके दिए जा रहे हैं। हमारी भी कोशिश है कि उनको निशुल्क प्रशिक्षण दिलाया जाए। विभागीय सचिव और निदेशक के साथ बैठक में इसको लेकर जल्द ही रणनीति बनाई जाएगी। -गणेश जोशी, मंत्री-सैनिक कल्याण विभागमहिलाओं के लिए भर्ती पूर्व प्रशिक्षण की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सरकार इस पर अमल करेगी। संगठन स्तर पर हम इस प्रक्रिया पर अपडेट लेंगे। -मेजर जनरल एमएल असवाल, अध्यक्ष-उत्तराखंड एक्स सर्विसमैन लीगसैन्य बलों में जब लड़कियों की भर्तियां खोल दी गई हैं तो सैनिक कल्याण विभाग की ओर से दिए जाने वाले प्रशिक्षण में इनको भी मौका मिले। इसके लिए सरकार ठोस कदम उठाए। -गिरीश जोशी, सचिव-गौरव सेनानी एसोसिएशन उत्तराखंड
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