
PhD : राज्यपाल का निर्देश, पीएचडी दाखिले के लिए हो परीक्षा; UGC NET व GATE वालों को मिले 50 फीसदी सीटें
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पीएचडी पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित करने का निर्देश विश्वविद्यालयों को दिया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विषय में उपलब्ध रिक्त पीएचडी सीटों पर (रोस्टर लागू करके) 50 प्रतिशत सीटें यूजीसी-नेट यूजीसी-सीएसआईआर नेट या गेट या फिर सीईईडी के लिए आरक्षित होंगी। दूसरी तरफ , शेष 50 प्रतिशत सीटों को प्रत्येक विश्वविद्यालय अपने स्तर पर पीएचडी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भरेंगे।इस बाबत उन्होंने कहा कि किसी विषय विशेष में यूजीसी-नेट/यूजीसी-सीएसआईआर नेट/गेट/सीईईडी अर्हता के छात्र उपलब्ध नहीं होते हैं तो इस श्रेणी के रिक्त सीटों को भी पीएचडी प्रवेश परीक्षा की मेधा सूची पर आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए भरा जाएगा। प्रवेश की प्रक्रिया में यूजीसी और अन्य संबंधित वैधानिक/नियामक निकायों द्वारा जारी किए गए निर्देशों/मानदंडों को ध्यान में रखते हुए केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए आरक्षण नीति का पालन करते हुए संस्थान द्वारा अधिसूचित मानदंडों का पालन किया जाएगा। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परामर्शी समिति द्वारा की गई अनुशंसा पर विचार करने के बाद यह निर्देश दिया है।सूबे के सभी विवि में होगा पैट-2023राज्य के सभी विवि पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट)-2023 का आयोजन करेंगे। इसके लिए राजभवन के विशेष कार्य पदाधिकारी (न्यायिक) बालेन्द्र शुक्ला ने अधिसूचना जारी कर दी है। पत्र में कहा गया है कि पैट परीक्षा कराने का प्रस्ताव टीएमबीयू और पीपीयू प्रशासन ने दिया था। उस आलोक में ही यह पत्र सभी विवि को जारी किया गया है, ताकि जरूरी प्रक्रिया शुरू की जा सके। अधिसूचना के साथ कई जरूरी निर्देशा दिया गया है। इसमें कहा गया है कि प्रवेश परीक्षा यूजीसी और अन्य संबंधित/नियामक निकायों की ओर से जारी दिशा निर्देशों/मानकों को ध्यान में रखते हुए आयोजित कराना है। इसमें केंद्र/ राज्य सरकार से समय-समय पर जारी किए गए आरक्षण नीति का पालन करना है। इसके लिए प्रत्येक विषय में उपलब्ध खाली पीएचडी की सीटों पर (रोस्टर लागू करके) 50 प्रतिशत सीटें यूजीसी-नेट/यूजीसी-एसआईआर, नेट/गेट/सीईईडी के लिए आरक्षित होगा। इसके अलावा 50 प्रतिशत सीटों को प्रत्येक विवि अपने स्तर पर पीएचडी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भरेंगे।निर्देश में कहा गया है कि यदि किसी विषय विशेष में यूजीसी-नेट/यूजीसी-सीएसआईआर/ नेट/ गेट/ सीईईडी अर्हता के छात्र उपलब्ध नहीं होते हैं तो इस स्थिति में रिक्त सीटों को पीएचडी प्रवेश परीक्षा की मेधा सूची के आधार पर भरा जाएगा। इसके लिए आरक्षण रोस्टर नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।कुलपति ने कहा, तय नियम का किया जाएगा पालनटीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि पैट परीक्षा आयोजित कराने को लेकर प्रस्ताव दिया गया था। इसे लेकर जो निर्देश राजभवन से प्राप्त हुआ है। उनका पालन किया जाएगा। साथ ही जो नियम तय किए गए हैं। उन नियमों के साथ ही विश्वविद्यालय में पैट परीक्षा आयेाजित कराई जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू करने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को पीएचडी करने का मौका मिले।
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