
Pension : इन शिक्षकों को भी मिलेगी पुरानी पेंशन, 2005 से पहले की भर्ती से नियुक्त होने वालों का मांगा ब्योरा
उत्तराखंड के 13 अशासकीय महाविद्यालयों में पुरानी पेंशन से वंचित शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने इनको पुरानी पेंशन देने की कार्रवाई शुरू कर दी है। उच्च शिक्षा विभाग ने इन कॉलेजों से ऐसे शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों का विवरण मांगा है। प्रभारी निदेशक उच्च शिक्षा की ओर से बुधवार को इस बाबत सभी कॉलेजों के प्रबंधन और प्राचार्य को पत्र भेजा गया है। इन अशासकीय कॉलेजों में बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक और कर्मचारी हैं जो एक अक्तूबर 2005 से पहले की विज्ञप्ति के आधार पर चयनित हुए हैं। लेकिन उनकी नियुक्ति इसके काफी बाद हुई, ये लोग पुरानी पेंशन स्कीम के दायरे से बाहर हैं। लेकिन अब जल्द ही इनको पुरानी पेंशन स्कीम में जोड़ा जाएगा। इससे लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।प्रभारी निदेशक उच्च शिक्षा डा. अंनु अग्रवाल की ओर से सभी कॉलेजों को इसका पत्र भेजा गया है। पत्र में कहा गया है कि सरकार ने एक अक्तूबर 2005 से पहले की विज्ञप्ति से भर्ती सभी शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन में जोड़ने का निर्णय लिया है। कॉलेज ऐसे कर्मचारियों का पूरा विवरण उनकी सूची के साथ निदेशालय को उपलब्ध कराएं।उत्तराखंड में अशासकीय कॉलेजों का विवरणडीएवी कॉलेज देहरादून,डीबीएस कॉलेज देहरादून, एसजीआरआर पीजी कॉलेज देहरादून, एमकेपी कॉलेज देहरादून, एमपीजी कॉलेज मसूरी, डीब्ल्यूटी कॉलेज देहरादून, आरएमपी कॉलेज नारसर हरिद्वार, चिन्मय डिग्री कॉलेज हरिद्वार, महिला महाविद्यालय सती कुंड हरिद्वार, श्री सधप्र चंद्र कन्या महाविद्यालय रुड़की, बीएसएम कॉलेज रुड़की, केएलडीवी कॉलेज रुड़की, एसएमजेएन कॉलेज रुड़की, चंद्रावती तिवारी कन्या महाविद्यालय काशीपुर।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Learningcity. Publisher: livehindustan