NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन

NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG)  परीक्षा के नतीजों के बाद छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जहां एक ओर इस परीक्षा में इस साल  67 छात्रों ने 720 में 720 अंक प्राप्त किए, वहीं  दूसरी ओर 720 अंकों में 718, 719 अंक दिए जाने पर रिजल्ट में  गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। आपको बता दें, लेफ्ट एफिलिएटेड स्टूडेंट्स यूनियन के  नीट परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग करते हुए सोमवार को नई दिल्ली के शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन किया।वहीं नीट परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा में 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस अंकों की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया है। इसी के साथ बता दें, नीट परिणाम रद्द कर, नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। याचिका में नीट के परिणाम में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए नए सिरे से प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का आदेश देने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक अन्य याचिका में एनटीए द्वारा छात्रों को ग्रेस अंक दिए जाने के निर्णय को भी चुनौती दी गई है।वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के उपाध्यक्ष अविजीत घोष ने कहा, "छात्र जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए नीट परीक्षा में कथित अनियमितताओं की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं, इसी के साथ हम शिक्षा मंत्रालय से प्रवेश परीक्षाओं की शुचिता की रक्षा के लिए अधिक विश्वसनीय और सुरक्षित परीक्षा प्रणाली स्थापित करने की मांग करते हैं"आपको बता दें, पूरे देश में नीट परीक्षा के रिजल्ट के बाद ज्यादातर उम्मीदवार परीक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। निष्पक्ष एवं पारदर्शी परीक्षा प्रणाली की मांग को लेकर छात्र समुदाय एकजुट है। अविजीत घोष ने अपने बयान में आगे कहा है, कि  नतीजे निष्पक्ष एवं पारदर्शी होने जरूरी है, क्योंकि अनगिनत छात्रों का भविष्य दांव पर है और मंत्रालय को इन महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। बता दें, जब रिजल्ट जारी हुआ है और 67 टॉपर के नाम घोषित किए गए, उसके बाद को रिजल्ट में गड़बड़ी होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि नेशन टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने किसी भी अनियमितता से इनकार किया है।बता दें, जहां देश में छात्र रिजल्ट को लेकर खुश नहीं हैं, वहीं इस मुद्दे ने राजनीतिक मोड़ भी ले लिया है और कई दलों ने मेडिकल कोर्सेज के लिए राष्ट्रीय परीक्षा की प्रामाणिकता पर चिंता जताई है। 

2024-06-10 17:33:19

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