NEET UG : 2 चरणों में परीक्षा, कार्बनलेस OMR से NTA खत्म करने तक,  नीट को क्लीन करने को लेकर एक्सपर्ट ने दिए ये सुझाव

NEET UG : 2 चरणों में परीक्षा, कार्बनलेस OMR से NTA खत्म करने तक, नीट को क्लीन करने को लेकर एक्सपर्ट ने दिए ये सुझाव

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच चल रही है। नीट यूजी परीक्षा 2024 को लेकर पूरे देश से याचिकाएं सुप्रीमकोर्ट में दायर की गई हैं। सुप्रीमकोर्ट नीट यूजी परीक्षा 2024 से जुड़ी सभी याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुनवाई करेगा। एनटीए ने ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्रों का रि-एग्जाम 23 जून को कराया था। ऐसे में देश के विभिन्न एक्सपर्ट ने NEET परीक्षा को लेकर सुझाव दिए हैं। एक्सपर्ट ने सुझाव दिए हैं कि किस तरह नीट जैसी एंट्रेंस एग्जाम को पारदर्शिता के साथ आयोजित किया जा सकता है। जिससे पेपर लीक होने की कोई गुंजाइश न रहे। लाखों छात्र सालों तक कड़ी मेहनत कर परीक्षा की तैयारी करते है,ऐसे में पेपर लीक होने से बहुत सारे छात्रों का नुकसान हो जाता है। आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट ने क्या सुझाव दिए- 1.    रणजीत के. वर्मा (पूर्व वी.सी. मुंगेर यूनिवर्सिटी)लाखों विद्यार्थियों के लिए बड़े स्तर पर परीक्षा का आयोजन करना बहुत ही चुनौती पूर्ण होता है। इसलिए परीक्षा प्रणाली का बेहतर होना जरूरी है,क्योंकि थोड़ी सी गलती शरारती तत्वों को फायदा पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि आज का समय टेक्नोलॉजी वाला है, इसलिए टेक्नोलॉजी की मदद से पेपर में गड़बड़ी हो सकती है। टेक्नोलॉजी पर भी काम करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा पेपर तैयार होने से लेकर परीक्षा के परिणाम तक कड़ी निगरानी होनी चाहिए। पेपर तैयार होने से लेकर परीक्षा होने तक 12 महत्वपूर्ण चेकिंग पॉइंट पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।2.    विपिन कुमार सिंह (फाउंडर एमडी, गोयल इंस्टीट्यूट)लाखों छात्रों के बीच नकल रोकने के लिए गेहूं को भूसे से अलग करना पड़ता है, मतलब दो चरणों में परीक्षा का आयोजन कराया जाए। दो चरणों में परीक्षा कराने से यह फायदा होगा, जो छात्र परीक्षा को लेकर गंभीर नहीं होंगे वे दूसरे पेपर के लिए क्वालीफाई ही नहीं कर पाएंगे। ऐसे दूसरे चरण तक सिर्फ पढ़ने वाले या गंभीर छात्र ही पहुँचेंगे। 3.    शंकर कुमार (प्रमुख, फिजिक्स डिपार्टमेंट, पटना यूनिवर्सिटी) परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से कार्बनलेस ओएमआर शीट के साथ होनी चाहिए। परीक्षा के बाद छात्रों को उनके साथ ओएमआर शीट की कॉपी देनी चाहिए। ऑनलाइन माध्यम से BITS का पैटर्न अपनाना चाहिए, जिसमें पेपर खत्म होने के बाद सही और गलत उत्तर स्क्रीन पर आ जाता है, इसके बाद छात्रों को एक एसएमएस भी भेजा जाता है। इसके बाद  सार्वजनिक रूप से मॉडल आंसर और प्रश्न जारी करने चाहिए।4.    डॉक्टर अबुलैस (डायरेक्टर, कॉन्सेप्ट कोचिंग सेंटर)NEET परीक्षा को पारदर्शिता से कराने के लिए सरकार को खुद जिम्मेदारी लेनी चाहिए, जैसे यूपीएससी परीक्षा कराता है। एनटीए को हटा या बंद कर देना चाहिए। नीट परीक्षा को जेईई और यूपीएससी की तरह दो या तीन फेज में कराना चाहिए। जिससे गंभीर छात्र ही अंतिम चरण तक पहुंच पाएं। परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से बिना ओएमआर शीट के होनी चाहिए। 5.    राहुल कुमार (एमडी, एडुराइज इंस्टीट्यूट) हर माता-पिता अपने बच्चे को डॉक्टर बनाना चाहता है, लेकिन कम सरकारी मेडिकल कॉलेज होने से एंव सरकारी और प्राइवेट कॉलेज की फीस में जमीन आसमान का अन्तर होने की वजह से कॉम्पिटिशन बढ़ जाता है। सभी सरकारी कॉलेजों में सीट पाना चाहते हैं। इसलिए लोग पेपर माफिया जैसे लोगों के बहकावे में आ जाते हैं। इसलिए सरकार को देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ानी चाहिए। जिससे पेपर लीक जैसी समस्याएं न हो। 6.    अजय बहादुर सिंह (जिंदगी फाउंडेशन)सरकार पेपर लीक में पकड़े गए लोगों को तीन से पांच साल की सजा और 1 करोड़ तक का जुर्माना लेगी। इन लोगों पर कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर एक्ट,2024 के अंतर्गत होगी। पेपर लीक जैसी समस्याओं से निपटने के लिए सरकार को सख्त से सख्त सजा का प्रावधान करना चाहिए, ताकि कोई भी ऐसा करने से डरे। 

2024-06-27 18:34:53

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