
NEET result MBBS: छात्रों ने नीट रिजल्ट और ग्रेस मार्क्स पर उठाए ये सवाल, कहा- संशोधित रिजल्ट आए
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से नीट यूजी-2024 का परिणाम जारी होने के साथ विवाद भी शुरू हो गया है। लगातार विद्यार्थी और मेडिकल की पढ़ाई करानेवाले शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं और परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी करने की मांग भी कर रहे हैं। छात्र ग्रेस मार्क्स पर सवाल उठा रहे हैं, संशोधित रिजल्ट की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है। मुख्य विवाद 67 विद्यार्थियों के 720 में से 720 अंक दिए जाने पर हो रहा है। साथ ही कुछ विद्यार्थियों को 718 और 719 अंक मिलने पर भी विवाद हो रहा है। विद्यार्थियों और शिक्षकों का कहना है कि अंक देने का जो नियम है, उसके अनुसार से किसी भी तरह से किसी छात्र को 718 और 719 अंक नहीं मिल सकता है। मेडिकल परीक्षा की तैयारी करानेवाले राजधानी के एक कोचिंग संस्थान के निदेशक ने कहा कि राजस्थान में एक सेंटर के 26 विद्यार्थियों को पूरे 720 अंक मिले हैं, जो परिणाम पर संशय पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें भी एक सेंटर के कई विद्यार्थी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अंक दिए जाने के आधार और आनन-फानन में परिणाम जारी किए जाने की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि नीट में 200 प्रश्न होते हैं, जिसमें छात्रों को 180 प्रश्न का उत्तर देना होता है। प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 अंक निर्धारित होते हैं। एक गलत होने पर चार अंक कम होने के साथ एक अंक माइन होता है। ऐसे में किसी छात्र को पूरे 720 अंक मिल सकते हैं या फिर एक अंक गलत होने पर 515 या 716 तक हो सकता है। 718 या 719 अंक संभव ही नहीं है। बताया कि एनटीए का कहना है कि जिन छात्रों को सेंटर में कम समय मिले, उन्हें ग्रेस अंक दिया गया। अगर ऐसा है तो भी गलत है, क्योंकि यह कोई एकेडमिक परीक्षा नहीं है।परीक्षा परिणाम पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने ये सवाल उठाए● रिजल्ट आनन-फानन में क्यों दिया गया, वह भी चुनाव परिणाम के दिन● नीट परिणाम जारी करने की तिथि कभी नहीं दी जाती, इसबार 14 जून दी गई थी● एक सेंटर से इतने छात्रों को कैसे पहली रैंक मिल सकती है● इसबार परीक्षा से कुछ दिन पहले दोबारा फॉर्म भरने का विंडो खुला, जो पहले नहीं होता थाग्रेस मार्क्स का कॉन्सेप्ट कभी नहीं था, तो अचानक कैसे आ गया। परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी किया जाना चाहिए। यह हमारे भविष्य की बात है। - पीयूष भारती, छात्राएनटीए ने परिणाम जारी करने पर पारदर्शिता नहीं बरती है। इससे हमारा रैंक प्रभावित हुआ है। परिणाम संशोधित कर जारी किया जाना चाहिए।- विशाल मंडल, छात्र
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