MBBS : यूपी में इस साल खुलेगा यह नया मेडिकल कॉलेज, एमबीबीएस की 100 सीटों से होगा शुरू

MBBS : यूपी में इस साल खुलेगा यह नया मेडिकल कॉलेज, एमबीबीएस की 100 सीटों से होगा शुरू

उत्तर प्रदेश में गोरखपुर को इस साल एक नए मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल जाएगी। तीन चरणों में तैयार होने वाले कॉलेज के 1800 बेड (पहले, दूसरे और तीसरे चरण 600-600 बेड) के अस्पताल का भूमि पूजन 27 मई को होने जा रहा है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय में स्थापित होने वाला यह मेडिकल कॉलेज गोरक्षपीठाधीश्वर सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. अतुल बाजपेई 27 मई को इसकी नींव रखेंगे। 100 एमबीबीएस  सीटों ( MBBS Seats ) से शुरू हो रहे इस मेडिकल कॉलेज को दूसरे चरण में 150 और तीसरे में 250 सीटों तक विस्तार देने की योजना है। इसके शुरू हो जाने से न सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गुणवत्तापरक चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध होगी बल्कि पूर्वी यूपी से लेकर पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक के लोगों को अत्याधुनिक सुपरस्पेशलिटी सुविधाओं से लैस एक और अस्पताल भी मिल जाएगा। महायोगी गुरु गोरखनाथ विवि के कुलसचिव डॉ.प्रदीप राव ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना और विकास के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की दो कमेटियां सहयोग दे रही हैं।सीएम योगी का सपना साकार मेडिकल कॉलेज का सपना योगी ने सांसद रहते तब देखा जब इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी से लड़ने में पूर्वांचल के चिकित्सा संस्थान और वहां उपलब्ध सुविधाएं बुरी तरह फेल और नाकाफी साबित हो रही थीं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई से बड़ी संख्या में मरीज सीधे बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचते थे जहां एक-एक बेड पर तीन-तीन, चार-चार बच्चों को भर्ती करना पड़ता था। ऐसे हालात में योगी ने बालापार में विश्वविद्यालय की नींव डाली और एक बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने में जुट गए। करीब 130 एकड़ जमीन खरीदी गई।NEET , MBBS cut off : नीट में 610 अंक आए तो सरकारी MBBS सीट पर एडमिशन संभव- एक्स्पर्ट्समहायोगी गुरु गोरखनाथ विवि का उद्घाटन 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। अब मेडिकल कॉलेज और 1800 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का सपना भी साकार होने जा रहा है। पहले सत्र में 100 एमबीबीएस सीटों के साथ शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज के पास 450 बेड का गोरखनाथ चिकित्सालय पहले से है।विश्वविद्यालय में वर्तमान में संचालित पाठ्यक्रम और सीटेंबीएएमएस- 100 सीट, नर्सिंग (एएनएम, जीएनएम, बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग)-1100 सीटें, पैरामेडिकल-600 सीटें, बीएससी (एग्रिकल्चर)-100 सीट, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी-60 सीट, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी -60 सीट, बीएससी बायोकेमेस्ट्री-60 सीट, बी फार्मा-60 सीट, डी फार्मा-60 सीट।विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज की खासियतकुलसचिव डॉ. प्रदीप राव ने कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज की दो बड़ी विशेषताएं हैं। एक तो यहां ‘ऑफ द रिकॉर्ड’ कुछ नहीं होता है। प्रवेश से लेकर पढ़ाई और परिणाम तक सब कुछ पारदर्शी और शुचितापूर्ण ढंग से संचालित किया जाता है। दूसरे, किसी प्रतिभाशाली किन्तु गरीब छात्र या छात्रा की पढ़ाई धनाभाव के चलते बाधित नहीं होती है।

2024-05-25 10:03:59

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Learningcity. Publisher: livehindustan