MBBS : यूपी के इन 3 जिलों में खुलेंगे नए मेडिकल कॉलेज, इस साल एमबीबीएस सीटों में होगा बंपर इजाफा

MBBS : यूपी के इन 3 जिलों में खुलेंगे नए मेडिकल कॉलेज, इस साल एमबीबीएस सीटों में होगा बंपर इजाफा

गोरखपुर डिविजन के मेडिकल छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। गोरखपुर डिविजन में इस साल से तीन मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। इसी वर्ष से यहां एमबीबीएस कोर्स की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। कुशीनगर, महाराजगंज और गोरखपुर तीनों जिलों में एक एक मेडिकल कॉलेज पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत शुरू होगा। योगी सरकार के शासन में बीते सात वर्षों के भीतर यह डिविजन मेडिकल एजुकेशन का गढ़ बन गया है। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, देवरिया यहां पहले से ही चालू है। इसी के साथ डिविजन के चार जिलों में पांच मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। बीजेपी की सरकार से पहले 2017 में यहां मेडिकल एजुकेशन के लिए अकेला बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ही सेंटर था। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने 31 जुलाई को राज्य में सात नए मेडिकल कॉलेजों को अनुमति दी है। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय को भी एनएमसी ने मंजूरी दे दी है। यहां 50 एमबीबीएस सीटें होंगी और यह गोरखपुर का पहला प्राइवेट मेडिकल कॉलेज होगा। यह जिले में तीसरा मेडिकल एजुकेशन संस्थान होगा। इससे पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 150 एमबीबीएस सीटें और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में 125 एमबीबीएस सीटें हैं। अकेले गोरखपुर जिले से हर साल कुल 325 डॉक्टर तैयार होंगे, जबकि मंडल से हर साल 675 डॉक्टर तैयार होंगे, जो लोगों के लिए एक वरदान साबित होंगे। MBBS और MD व MS कर रहे छात्रों को यूपी सरकार ने दी बड़ी राहत, लेकिन एक सजा का भी किया ऐलानइसके अलावा, केएमसी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल, महाराजगंज में 150 एमबीबीएस सीटें होंगी। इसके निदेशक डॉ विनय श्रीवास्तव ने कहा कि 21 विभागाध्यक्षों के साथ कुल 212 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि नीट काउंसलिंग के बाद प्रवेश शुरू हो जाएंगे।कुशीनगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरके शाही ने बताया कि प्रशासनिक भवन और कॉलेज भवन का निर्माण हो चुका है। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों के प्रमुखों की मांग के अनुसार डिवाइसेज की खरीद और इंस्टालेशन के लिए 16 करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया गया है।महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम का मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) तीन चरणों में बनकर तैयार होगा। पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 600-600 यानी कुल 1800 बेड का अस्पताल बनेगा। पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 50 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। इस संख्या को दूसरे और तीसरे चरण में और बढ़ाया जाएगा।  महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी के तमाम रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ ही यहां गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अंतर्गत 2021 से ही बीएएमएस का पाठ्यक्रम संचालित है। अब विवि के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई होगी।

2024-08-03 16:55:20

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