MBBS : NEET में पहले आवेदन वालों को एडमिशन में होगा फायदा, रिजल्ट के समय NTA ने जोड़ा नया नियम

MBBS : NEET में पहले आवेदन वालों को एडमिशन में होगा फायदा, रिजल्ट के समय NTA ने जोड़ा नया नियम

एनटीए ने नीट रिजल्ट के साथ टाई ब्रेकिंग पॉलिसी में भी बदलाव किया है। परीक्षा में दो या उससे अधिक छात्रों के नंबर एक समान आने पर किसे मेरिट में ऊपर रखा जाएगा, यह टाई ब्रेकिंग पॉलिसी से ही तय होता है। नोटिफिकेशन में एनटीए ने टाई ब्रेकिंग पॉलिसी में 7 नियमों का जिक्र किया था लेकिन रिजल्ट के समय एनटीए ने 8 नियमों का जिक्र किया है। 8वें नियम में एप्लीकेशन नंबर का नया प्रावधान जोड़े जाने से अभ्यर्थी भड़के हुए हैं। जिस छात्र ने पहले एप्लीकेशन फॉर्म भरा, उसको पहले काउंसलिंग रैंक अलॉट की गई है। जिसने पहले फॉर्म भरा होगा उसे एमबीबीएस, बीडीएस एडमिशन की दौड़ में फायदा होगा। अभ्यर्थियों का कहना है कि एनटीए ने अपने नीट इंफोर्मेशन बुलेटिन में 8वां नियम नहीं डाला था। अगर उन्हें ये पहले पता होता तो वे पहले आवेदन करते। क्या थी नोटिफिकेशन में नीट की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी नोटिफिकेशन के मुताबिक छात्रों के बराबर नंबर आने पर उनकी रैंक तय करने के लिए सबसे पहले उनके बायोलॉजी के नंबर देखें जाएंगे। जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। अगर इससे फैसला नहीं हो पाता है तो केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के अंकों की तुलना की जाएगी। NEET : एक चूक ने 44 छात्रों को बना दिया नीट का टॉपर, गलत उत्तर पर भी रैंक-1नीट टाई ब्रेकिंग फॉर्मूला 2024 (जो 7 पैरामीटर नोटिफिकेशन में थे)1- जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। 2- अगर बॉयोलॉजी वाले फैक्टर से रैंक तय नहीं होती तो फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। 3- इसके बाद फिजिक्स के मार्क्स देखे जाएंगे।  जिसके फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। 4- जिसने सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसे ऊपर रखा जाएगा। 5-  इसके बाद जिस उम्मीदवार का बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी ) में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा। 6- इसके बाद जिस उम्मीदवार का केमिस्ट्री में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा। 7- इसके बाद जिस उम्मीदवार का फिजिक्स में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा। नोटिफिकेशन में उपरोक्त 7 शर्तें ही थीं लेकिन रिजल्ट के समय एनटीए ने टाई ब्रेकिंग पॉलिस में एक नया 8वां नियम और जोड़ दिया है। 8वीं नियम कहता है कि अगर उपरोक्त तरीकों से भी फैसला नहीं हो पाता है तो बढ़ते क्रम एप्लीकेशन नंबर को आधार बनाया गया। यानी जिसने पहले फॉर्म भरा होगा, उसे मेरिट में ऊपर रखा गया। बराबर मार्क्स लाने वाले जिस अभ्यर्थी का एप्लीकेशन नंबर पहले आएगा, उसे काउंसलिंग रैंक में ऊपर रखा जाएगा। जिस छात्र ने पहले फॉर्म भरा, उसको पहले काउंसलिंग रैंक अलॉट की गई है। आवेदन क्रमांक का यह प्रावधान एनटीए ने नीट रिजल्ट के समय जोड़ा है।  

2024-06-07 11:01:36

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