
MBBS की कॉपी बदलने वालो कर्मियों पर क्या कार्रवाई, CCSU से सरकार ने मांगी रिपोर्ट
वर्ष 2018 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस में एमबीबीएस की कॉपी बदलने के प्रकरण में शासन के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी ने एसआईटी की जांच में दोषी पाए कर्मचारी पर कार्रवाई का रिकॉर्ड मांगा है। शासन के अनुसार छह माह बाद भी विवि ने कार्रवाई का कोई रिकॉर्ड नहीं दिया है। एसटीएफ ने पूरे मामले में तत्कालीन प्रभारी स्टोर को दोषी माना था। एसटीएफ की रिपोर्ट पर शासन जल्द ही अन्य कर्मचारी एवं तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकता है।यह था मामलाएसटीएफ मेरठ ने मार्च 2018 में कविराज को गिरफ्तार करते हुए कथित रूप से एमबीबीएस कॉपियों को परीक्षा होने के बाद कैंपस में बदलने का दावा किया था। एसटीएफ ने कैंपस के उत्तर पुस्तिका विभाग से कॉपियों को जब्त करते हुए फोरेंसिक जांच के लिए भेजा। प्रकरण में मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के छात्र भी गिरफ्तार हुए थे। तत्कालीन कुलपति प्रो.एनके तनेजा ने प्रकरण की जांच विशेष एजेंसी से करने की सिफारिश की थी। बाद में शासन ने जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी थी।निजी कॉलेज की निकली थी कॉपीएसटीएफ ने जिन कॉपियों को कैंपस से आरोपी कविराज से जब्त किया था वह निजी कॉलेज को आवंटित हुई थी। हालांकि, कॉलेज से जो शिक्षक विवि में परीक्षा के लिए कॉपी लेने आया था, उसे घटना से पहले नौकरी से हटाने का दावा किया गया। करीब दो साल तक एसआईटी ने कैंपस, कॉलेज और आरोपियों से पूछताछ करते हुए सुबूत जुटाए।
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