
मिलिए अविक दास से;जिनकी कहानी है बहुत खास, देश की तीन सबसे कठिन परीक्षा इन्होंने की हैं पास
जब व्यक्ति प्रतिभावान हो, तो उसे हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। आज हम आपको एक ऐसे ही प्रतिभाशाली छात्र के बारे में बताना चाहते हैं, जिसने न केवल जेईई एडवांस्ड में टॉप किया है, बल्कि NEET UG और WBJEE 2024 परीक्षा भी पास की है। बंगाल के एक छोटे से शहर अलीपुरद्वार से आने वाले अविक दास ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में आईआईटी गुवाहाटी जोन से टॉप कर के ऑल इंडिया रैंक 69 प्राप्त की है। इसके साथ ही उन्होंने NEET UG में 720 में से 705 अंक प्राप्त किए हैं। पश्चिम बंगाल जेईई परीक्षा में उनकी रैंक सातवीं है। अविक की उम्र मात्र 17 साल है, इतनी छोटी सी उम्र में उन्होंने अपने नाम कई सारी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं। अविक का सपना एस्ट्रो फिजिसिस्ट (खगोल भौतिकीविद्) बनना है। जिसके लिए वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के फिजिक्स में BS-MS कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं। अविक ने बताया कि बचपन से ही उनकी रुचि खगोलीय पिंडों ( celestial bodies), अंतरिक्ष, सितारों, गैलेक्सी, सुपरनोवा और ब्लैकहोल में रही है। उन्होंने पांचवीं क्लास से ही मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग की किताबों को पढ़ना शुरू कर दिया था। हॉकिंग की किताबों ने अविक को एक एस्ट्रो फिजिसिस्ट बनने के लिए प्रेरित किया। अविक कहते हैं कि वे भविष्य में एक एस्ट्रो फिजिसिस्ट बनने की इच्छा रखते हैं, जिसके लिए उनका जेईई और NEET परीक्षा पास करना बहुत जरूरी था। उन्होंने आईआईएससी में बैचलर ऑफ साइंस में एडमिशन प्राप्त कर लिया है। मुझे दोनों परीक्षा पास करके बहुत खुशी महसूस हो रही है। अविक के पिता प्रदीप कुमार एक सरकारी हाई स्कूल में साइंस और गणित के टीचर हैं। अविक की माता एक गृहणी हैं। अविक ने अपनी पढ़ाई अलीपुरद्वार के मैकविलियम हाई स्कूल से की है। उन्होंने 12वीं के बोर्ड परीक्षा में पश्चिम बंगाल बोर्ड में 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पहली रैंक हासिल की थीं। दसवीं में भी अविक ने शानदार प्रदर्शन किया था और पश्चिम बंगाल बोर्ड में चौथी रैंक प्राप्त की थी। अविक ने इस साल हुए जेईई मेंस और एडवांस्ड के एग्जाम में 99.9803 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। अविक ने बताया कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने जेईई और NEET के लिए कोई अच्छी कोचिंग नहीं ली थी। उन्होंने Allen digital ( एलेन डिजिटल) से ऑनलाइन कोचिंग ली थी। इसके अलावा वे 10 घंटों तक सेल्फ स्टडी करते थे। अविक कहते हैं कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना अपने आप में एक मैराथन दौड़ है, और ऐसे में घर से ही तैयारी करने से मेरा खुद को मानसिक रूप से रिफ्रेश रख पाया। मेरे लिए पढ़ाई का मतलब केवल अच्छे अंक प्राप्त करना नहीं, बल्कि ज्यादा से ज्यादा नॉलेज (ज्ञान) प्राप्त करना है।अविक ने बताया कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए वे रोज पढ़ाई करते थे, और अपनी गलतियों से सीखते थे। उन्होंने कहा कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए आपकी फिजिक्स कैमिस्ट्री और गणित में बहुत अच्छी तैयारी होनी चाहिए। अविक दास उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा हैं, जो जेईई और NEET की तैयारी कर रहे हैं। अगर आपके हौंसले बुलंद हो तो आप अपने जीवन में कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं, पर शर्त है कि उसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
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