
कॉलेज संबद्धता और छात्र संख्या में राज्य का दूसरा सबसे बड़ा विश्वविद्यालय बना PRSU
UP College News : कॉलेजों की संबद्धता और छात्र संख्या के मामले में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय (पीआरएसयू) सूबे का दूसरा शीर्ष विश्वविद्यालय बन गया है। मंडल के चार जिलों के 702 कॉलेज इससे संबद्ध हैं। इनमें 25 राजकीय एवं एडेड कॉलेज भी शामिल हैं। वर्तमान में पौने छह लाख विद्यार्थी अलग-अलग पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर रहे हैं।इस विश्वविद्यालय की स्थापना आठ साल पहले 17 जून 2016 को हुई थी। वर्तमान में प्रयागराज के 373, प्रतापगढ़ के 171, फतेहपुर के 79 और कौशाम्बी के 79 कॉलेज इससे संबद्ध हैं। प्रदेश का यह दूसरा विश्वविद्यालय है, जिससे इतनी ज्यादा संख्या में कॉलेज संबद्ध हैं, वह भी तब जबकि इसके अधिकार क्षेत्र में प्रयागराज मंडल के केवल चार जिले ही आते हैं। इस मामले में पहले स्थान पर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या है, जिससे दो राजकीय सहित 797 कॉलेज संबद्ध हैं। इस विश्वविद्यालय से आठ जिलों अंबेडकर नगर, अमेठी, बहराइच, बाराबंकी, अयोध्या, गोंडा, लखनऊ, सुल्तानपुर के कॉलेज संबद्ध हैं।मेरठ से 692 व काशी विद्यापीठ से 415 कॉलेज संबद्धचौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से छह जनपदों के (मेरठ, बागपत, हापुर, गाजियाबाद, नोएडा, और बुलंद शहर) के 692 कॉलेज संबद्ध है। वहीं महत्मा गांधी काशी विद्यापीठ वराणसी से पांच जिलों (वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, संत रविदास नगर भदोही, चंदौली) के 415 कॉलेजों की संबंद्धता है। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली से 587 कॉलेज संबद्ध हैं।कभी पहले पायदान पर होता था कानपुर विश्वविद्यालयछात्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर कभी इस मामले में पहले पायदान पर होता था। तब इससे सर्वाधिक 950 कॉलेज संबद्ध थे। लेकिन हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और लखीमपुर के डिग्री कॉलेजों को कानपुर विश्वविद्यालय से हटाकर लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दिया गया। इसके चलते तकरीबन 400 कॉलेज कम हो गए। वर्तमान में कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और इटावा के तकरीबन पांच सौ कॉलेज ही इससे जुड़े हैं।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Learningcity. Publisher: livehindustan