
JEE Main : जेईई मेन टॉपरों की पहली पसंद क्यों होती है BTech का यह ब्रांच, क्यों है मारामारी
बेहतर प्लेसमेंट, हाई सैलरी पैकेज, नए युग की नई टेक्नोलॉजी में काम करने के कई तरह के मौके और एक सुरक्षित भविष्य जैसे प्रमुख वजहों के चलते बीटेक की कंप्यूटर साइंस ब्रांच कई सालों से जेईई मेन टॉपरों की पहली पसंद बनी हुई है। जेईई एडवांस्ड के टॉप रैंकर्स भी आईआईटी बॉम्बे के बीटेक इन कंप्यूटर साइंस कोर्स की सीट को पाने की रेस में रहते हैं। बहुत से जेईई टॉपर अपने जुनून के चलते भी सीएस (कंप्यूटर साइंस) कोर्स का विकल्प चुनते हैं। उन्हें अपने प्रोब्लम सोल्विंग नेचर, रचनात्मक क्षमता के कारण यह फील्ड लुभाता है। वे खुद को जटिल तर्क, समस्या सुलझाने की प्रकृति और क्षेत्र के भीतर अंतर्निहित रचनात्मक क्षमता से मोहित पाते हैं। नये एल्गोरिदम तैयार करने से लेकर नए यूजर फ्रेंडली इंटरफेस बनाने तक, सीएस ब्रांच छात्रों को असल दुनिया की चुनौतियों से निपटने के दौरान अपनी क्रिएटीविटी खुलकर दिखाने का मौका देती है। पिछले साल जेईई मेन के टॉपर मलय केडिया का कहना था आज कंप्यूटर जीवन के हर क्षेत्र में मौजूद हैं, चाहे वह एआई या रोबोटिक्स जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजी हों या शोध का कोई अन्य क्षेत्र। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अन्य इंजीनियरिंग ब्रांच की तुलना में इसमें आगे बढ़ने से भविष्य में बेहतर संभावनाएं खुल सकती हैं। उन्होंने कहा, 'इसके अलावा, कंप्यूटर साइंस के छात्रों और अन्य पारंपरिक ब्रांचके छात्रों को दिए जाने वाले प्लेसमेंट और पैकेज में भी भारी अंतर है। सीएस छात्रों के लिए अधिकांश टॉप कंपनियां 1.5 करोड़ रुपये से 2 करोड़ रुपये की पेशकश करती हैं, जबकि मुख्य विषयों के लिए यह 15 से 18 लाख रुपये के दायरे में है, यही कारण है कि, यह इतना लोकप्रिय कोर्स है।' इनोवेशन की अधिक संभावनाएंकंप्यूटर साइंस का विषय स्टूडेंट्स को इनोवेशन के अधिक अवसर देता है। एआई के आने से इसमें और संभावनाएं पैदा हुई हैं। सीएस सिर्फ उलझी हुई एल्गोरिदम्स पर मास्टरी पाना ही नहीं है बल्कि यह ब्रांच वैल्यूएबल ट्रांसफरेबल स्किल का समावेश भी करती हैं जिसकी जॉब मार्केट में जबरदस्त डिमांड है। इसमें क्रिटिकल थिंकिंग, प्रोब्लम सोल्विंग एटीट्यूड, एनालिटीकल रीजनिंग, मजबूत कम्युनिकेशन स्किल जैसी चीजें भी शामिल हैं। इतना ही नहीं सीएस परंपरागत सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फील्ड से काफी आगे तक फैला है। हेल्थकेयर, वित्त, परिवहन और यहां तक की शिक्षा जगत, हर जगह कंप्यूटर साइंस की पहुंच हो गई है।
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