JEE Main : चीटिंग से जेईई मेन देकर निकलने वाले बाद में बुरे फंसेंगे, NTA की ये नई तरकीब पकड़ेगी चालाकी

JEE Main : चीटिंग से जेईई मेन देकर निकलने वाले बाद में बुरे फंसेंगे, NTA की ये नई तरकीब पकड़ेगी चालाकी

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के अभ्यर्थियों को एग्जाम के दौरान अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने को लेकर चेताया है। एनटीए ने कहा है कि कोई भी जेईई मेन अभ्यर्थी परीक्षा में नकल या फर्जीवाड़ा करने का प्रयास न करे। अगर कोई चीटिंग या गलत हथकंडा अपनाकर एग्जाम देकर चुपचाप निकल भी जाता है तो वह बाद में पकड़ा जा सकता है। पोस्ट एग्जाम डेटा विश्लेषण के दौरान उसकी चालाकी पकड़ में आ जाएगी। गौरतलब है कि आज गुरुवार 4 अप्रैल से जेईई मेन सेशन-2 की परीक्षा शुरू हो रही है। एनटीए ने कहा कि किसी भी तरह के फर्जीवाड़े को पकड़ने के लिए वह पोस्ट एग्जाम वीडियो डेटा का विश्लेषण करेगा। साथ ही प्रश्न को अटेम्प्ट करने के लॉग्स को भी चेक किया जाएगा। टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक एनटीए उम्मीदवारों के रिमोट बायोमेट्रिक मिलान के लिए एआई का भी इस्तेमाल करेगा। एनटीए ने कहा कि उसने एग्जाम के बाद के डेटा विश्लेषण की टेक्निक की मदद से जेईई मेन फेज-1 में अनुचित साधनों के चार मामलों की पहचान पहले ही कर ली है। जेईई मेन कंप्यूटर आधारित परीक्षा 297 शहरों के 544 केंद्रों पर आज से आयोजित की जाएगी। सेशन-2 के लिए कुल 12.57 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है जिनमें से 75 फीसदी पहले ही जनवरी सत्र में बैठ चुके हैं। पेपर 1 (बीई/बीटेक) के लिए परीक्षा 4 अप्रैल से 9 अप्रैल तक हरेक दिन दो शिफ्टों में और पेपर 2 (बी आर्क/बीप्लानिंग) के लिए 12 अप्रैल को आयोजित की जाएगी।एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि चीटिंग को रोकने और परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कई लेवल पर वेरिफिकेशन, बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन, ईकेवाईसी और उम्मीदवारों, निगरानी कर्मचारियों और किसी भी अन्य संबंधित पदाधिकारियों की तलाशी जैसे कड़े उपाय किए गए हैं। यहां तक कि, यदि कोई उम्मीदवार एग्जाम के दौरान शौचालय के लिए भी जाता है तो उसे फिर से अनिवार्य तौर पर तलाशी और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से गुजरना होगा। JEE Main : मिलिए उस जेईई मेन टॉपर से, जिसने IIT का सबसे मलाईदार कोर्स तो किया पर प्लेसमेंट में नहीं बैठासिंह ने कहा कि परीक्षा की पारदर्शिता से समझौता करने वाले किसी भी प्रयास से अभ्यर्थी की उम्मीदवारी रद्द हो सकती है और उम्मीदवार को चालू वर्ष और भविष्य में परीक्षा में बैठने से रोका जा सकता है। आपको बता दें कि जेईई मेन परीक्षा में साल में दो बार ( दो सत्रों में ) आयोजित होती है। जेईई मेन में दो पेपर होते हैं। पेपर-1 से बीई/बीटेक में दाखिला मिलता है। पेपर-1 एनआईटी, आईआईआईटी, सीएफटीआई में और अन्य भाग लेने वाली राज्य सरकारों द्वारा फंडेड/ मान्यता प्राप्त संस्थान / विश्वविद्यालय अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्स (बीई/ बीटेक) में दाखिले के लिए आयोजित होता है। जेईई मेन की परीक्षा जेईई एडवांस्ड के लिए एक प्रात्रता परीक्षा भी है जो आईआईटी में दाखिले के लिए होती है। पेपर-2 देश में बीआर्क और बी प्लानिंग कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित होता है।दोनों सत्रों की जेईई मेन परीक्षाएं खत्म होने के बाद दोनों सत्रों के बेस्ट एनटीए स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स की रैंक जारी की जाएगी। जेईई मेन परिणाम में पहले 2,50,000 रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवार जेईई एडवांस टेस्ट के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। जेईई एडवांस के जरिए आईआईटी में दाखिला मिलता है।

2024-04-04 09:46:47

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