इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मार्कशीट पर अब होगा क्यूआर कोड, जानें क्या क्या होंगे फायदे

इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मार्कशीट पर अब होगा क्यूआर कोड, जानें क्या क्या होंगे फायदे

इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों से पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब उनकी मार्कशीट पर क्यूआर कोड होगा। इससे छात्र-छात्राएं दुनिया के किसी भी हिस्से में अपनी मार्कशीट का सत्यापन कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने की जरूररत नहीं होगी। यह निर्णय सोमवार को कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया। पीआरओ प्रो. जया कपूर ने बताया कि इविवि से संबद्ध कॉलेजों में स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में परास्नातक के कई विषयों को संचालित किया जा रहा है। कई कॉलेजों में अधिकतर विषयों की आधी सीटों पर भी दाखिला नहीं हो रहा है। इससे पीजी के कई विषयों में सीटें रिक्त रह जा रहीं हैं। एकेडमिक काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया गया कि जिन कॉलेजों में पीजी के किसी भी विषय में आधी सीट से कम पर प्रवेश हो रहा है उसे बंद कर दिया जाएगा।प्रो. जया कपूर ने बताया कि बैठक में इविवि में संचालित पाठ्यक्रमों की समीक्षा कर संशोधित कोर्स को लागू करने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के परिनियमों को अपडेट किए जाने के लिए काउंसिल ने मंजूरी दी है। प्रो. कपूर ने बताया कि सामाजिक विज्ञान को प्री पीएचडी प्रोग्राम के लिए कॉमन कोर्स के रूप में तैयार किया गया है। इसे नए शैक्षिक सत्र से लागू किए जाने पर काउंसिल ने मुहर लगा दी है।विश्वविद्यालय की गतिविधियों की निगरानी कर सकेगा मंत्रालयइलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, प्रशासनिक और अकादमिक गतिविधियों का शिक्षा मंत्रालय अब सीधे मॉनीटरिंग कर सकेगा। इविवि समर्थ पोर्टल का उपयोग करने जा रहा है। इसमें विश्वविद्यालयों से जुड़ी तमाम सूचनाएं अपडेट रहेंगी। इस पोर्टल के जरिए परीक्षाओं के आंकड़े भी सुरक्षित रहेंगे। इस पोर्टल पर ई-फाइलिंग से लेकर शिक्षकों के प्रमोशन तक के सभी काम समर्थ से होने जा रहा है।इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने क्रियान्वित किए जाने वाले 44 माड्यूल और इसके कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार संबंधित कार्यालयों की सूची जारी की है। जिम्मेदार अधिकारी आईसीटी सेल की सहायता से सिस्टम को कांफिगर करेंगे और समर्थ पोर्टल का उपयोग शुरू कर सकेंगे। समर्थ पोर्टल के 44 माड्यूलों में एचआर, नालेज मैनेजमेंट सिस्टम, अवकाश प्रबंधन, नियुक्तियां, वेतन, कैरियर एडवांस स्कीम, ट्रेनिंग-प्लेसमेंट के साथ विद्यार्थी, प्रवेश, परीक्षाएं, दीक्षांत समारोह, एल्युमिनी पोर्टल, डिजिटल प्रमाणपत्र शामिल हैं।छात्रावासों की डिटेल भी अब पोर्टल परहॉस्टल, आरटीआई, दान, ग्रीवांस, संबद्धता प्रबंधन, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि सभी माड्यूल में काम अब समर्थ पोर्टल से ही होंगे। रजिस्ट्रार की ओर से माड्यूल के अनुसार विभागों को जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद समर्थ पोर्टल से जुड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसकी मदद से सभी काम अब एक ही पोर्टल से होंगे। कार्यालयों में होने वाले पत्राचार भी अब ई-फाइलिंग के जरिए समर्थ से ही संचालित होंगे।यूजी में प्रवेश प्रक्रिया पोर्टल से कराने की तैयारीइविवि प्रशासन इस वर्ष स्नातक में प्रवेश भी समर्थ पोर्टल से ही कराने की तैयारी में है। इसे लेकर पोर्टल के प्रतिनिधियों संग बैठक हो चुकी है। सूत्रों की माने तो इविवि ने पोर्टल से प्रवेश लिए जाने की तैयारी तेज कर दिया है।

2024-05-14 07:54:14

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