
इलाहाबाद विश्वविद्यालय : 10 कॉलेजों के 19 परास्नातक कोर्स बंद, सीयूईटी दिए बगैर सीधे कॉलेजों में मिलेगा दाखिला
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दस संघटक महाविद्यालयों में सत्र 2016-17 से संचालित परास्नातक (पीजी) के 19 विषयों में नए शैक्षिक सत्र से प्रवेश नहीं होगा। इन विषयों में आवंटित सीटों के मुकाबले छात्र-छात्राओं की संख्या आधे से कम रहती है। इसके चलते एकेडमिक काउंसिल ने 19 पाठ्यक्रमों को बंद किए जाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।कॉलेजों में पीजी में औसतन तीन से चार विषयों प्रवेश नहीं होंगे। जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज में संस्कृत से एमए नहीं होगा। वहीं, हमीदिया गर्ल्स डिग्री कॉलेज में मध्य कालीन इतिहास, शिक्षा शास्त्रत्त्, उर्दू और अरबी में प्रवेश नहीं होगा। इसी प्रकार ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में एजुकेशन, डिफेंस, सांख्यिकी, संस्कृत, दर्शनशास्त्रत्त्, मनोविज्ञान, ईसीसी में भौतिक, सांख्यिकी, प्राचीन इतिहास, अर्थशास्त्रत्त्, भूगोल, हिन्दी, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्रत्त्, सीएमपी में दर्शन शास्त्रत्त्, मनोविज्ञान, संस्कृत, उर्दू और पर्यावरण अध्ययन में एमएम-एमएससी नहीं होगा।श्यामा प्रसाद में रक्षा अध्ययन, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में शिक्षा शास्त्रत्त्, संगीत (वोकल, सितार, तबला), पेंटिंग, दर्शनशास्त्रत्त्, मनोविज्ञान, संस्कृत, उर्दू, रक्षा अध्ययन पीजी में प्रवेश नहीं होगा। इसी क्रम में आर्य कन्या गर्ल्स डिग्री कॉलेज संस्कृत, हिन्दी, अर्थशास्त्रत्त्, शिक्षा शास्त्रत्त्, प्राचीन इतिहास, मध्यकालीन इतिहास, एसएस खन्ना में हिन्दी, पेंटिंग, मध्यकालीन इतिहास, उर्दू और रसायन विज्ञान में प्रवेश नहीं होगा। राजर्षि टंडन महिला महाविद्यालय में हिन्दी और राजनीति विज्ञान में प्रवेश नहीं होगा।सीयूईटी दिए बगैर सीधे कॉलेजों में मिलेगा दाखिलाइलाहाबाद विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेजों के शैक्षिक सत्र 2024-25 में स्नातक पाठ्यक्रमों के प्रवेश प्रक्रिया में अहम बदलाव किया गया है। अब कॉलेज में प्रवेश के लिए सीधे पंजीकरण करा सकेंगे। जबकि इससे पहले कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए छात्र-छात्राओं को पहले इविवि में पंजीकरण कराना होता था। फिर कॉलेजों के लिए रजिस्ट्रेशन करते थे।खास बात यह भी है कि कॉलेज अब उन छात्रों का भी प्रवेश ले सकेंगे जिन्होंने कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) नहीं दिया है। हालांकि प्राथमिकता सीयूईटी में शामिल होने वालों को दी जाएगी। इसके बाद सीट बचने पर बगैर सीयूईटी वाले छात्रों को प्रवेश दिए जाएंगे। इस बार इविवि में पंजीकरण कराने वाले छात्रों को कॉलेजों में दाखिले के वक्त पंजीकरण शुल्क नहीं देना होगा। निर्णय शुक्रवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रकोष्ठ संग कॉलेज प्राचार्यों की हुई बैठक में लिया गया। कॉलेजों के पंजीकरण शुल्क भी विवि ने तय कर दिया है। प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. जेके पति ने बताया कि अनारक्षित और ओबीसी वर्ग के 300 रुपये और दिव्यांग, एससी-एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 150 रुपये पंजीकरण शुल्क तय किया गया है। सीयूईटी का रिजल्ट 30 जून को प्रस्तावित है।डीन कॉलेज डेवलपमेंट प्रो. पंकज कुमार की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर 13 मई को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया गया कि कॉलेजों में स्ववित्त पोषित परास्नातक कोर्स जिनमें विद्यार्थियों की संख्या आधे से भी कम रह गई है उनको बंद कर दिया जाए। एक्जीक्यूटिव काउंसिल ने भी सर्वसम्मति से इसे पारित कर दिया। अत ऐसे सभी कोर्स में प्रवेश नहीं लिए जाएंगे। प्रो. जया कपूर, पीआरओ, इविवि।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Learningcity. Publisher: livehindustan