
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का 10 फीसदी भी डाटा नहीं हुआ अपलोड
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का डाटा अपलोड करने में जिले के विद्यालय अभी भी काफी पीछे चल रहे हैं। कुल छात्र-छात्राओं की संख्या के हिसाब से 10 फीसदी छात्रों का भी डाटा अब तक अपलोड नहीं हो पाया है। डाटा अपलोड करने में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद से छात्र-छात्राओं की संख्या में कमी देखी जा रही है। इसके बावजूद अभी डाटा अपलोड नहीं हो पाया है। जिले के छह लाख छात्र-छात्राओं में से महज 55000 छात्र-छात्राओं का डाटा ही अपलोड हो पाया है। इसे लेकर शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा के कार्यक्रम पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी, परियोजना प्रबंधक आदि को निर्देश जारी कर दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि ई- शिक्षा कोष पोर्टल पर वर्तमान शैक्षणिक सत्र में पढ़ाई कर रहा है कक्षा पहली से लेकर 12 तक के छात्र -छात्राओं का अद्यतन प्रविष्टि किया जाना है। इस संबंध में आप सभी को पूर्व में ही मार्च 2024 में प्रखंड के पांच पांच कंप्यूटर शिक्षकों को ट्रेनिंग दिया जा चुका है। इससे 15 जून तक हर हाल में संपन्न करना है।इस संबंध में एमआईएस के प्रभारी अरुण कुमार अकेला ने बताया कि इस बार इसमें छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड को भी डालना है इस कारण इसमें थोड़ा विलंब हो रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 55000 डाटा को अपलोड किया जा चुका है। यही नहीं वैसे विद्यालय जहां आईसीटी लब की स्थापना हो चुकी है वहां स्टूडेंट प्रोफाइल को डालना है।आधार कार्ड से खुल सकती है दोहरी नामांकन की कलई:इस बार ई-शिक्षा कोष में बच्चों का आधार कार्ड का डाटा भी डालना है। ऐसे में दो-दो जगह नामांकन कराकर सरकारी योजना का लाभ उठाने वाले बच्चों की पोल खुल सकती है। सरकार द्वारा बच्चों के आधार कार्ड की प्रविष्टि करने के निर्देश के बाद से विशेष कर वैसे अभिभावकों में बेचैनी देखी जा रही है, जिनके बच्चे सरकारी और उनकी दोनों विद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं।
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