IGNOU : इग्नू के बीएड में 4 गुना से अधिक सीटें बढ़ीं, दाखिले 1 लाख के पार; रिकॉर्ड टूटे

IGNOU : इग्नू के बीएड में 4 गुना से अधिक सीटें बढ़ीं, दाखिले 1 लाख के पार; रिकॉर्ड टूटे

इंदिरा गांधी खुला विवि में बीएड कोर्स में चार गुना से अधिक सीटों की बढ़ोतरी हुई। पहले बिहार रिजन में सिर्फ 110 सीटें थीं। इनमें पटना रिजन और दरभंगा रिजन के एक-एक सेंटर को 55-55 सीटें थी। बिहार के चार क्षेत्रीय केन्द्रों के नौ स्टडी सेंटर को मिलाकर 495 सीटें कर दी गई हैं। पटना क्षेत्रीय कार्यालय के पांच स्टडी केन्द्रों पर 275 सीट, भागलुपर के एक स्टडी केन्द्र पर 55 सीट, दरभंगा क्षेत्रीय कार्यालय के दो स्टडी केन्द्र के लिए 110 और सहरसा के एक सेंटर के लिए 55 सीटें निर्धारित है। इग्नू में बीएड कोर्स करने के लिए डीएलएड कोर्स रेगुलर मोड में करना अनिवार्य है। वहीं कम से कम स्नातक में सामान्य वर्गों के छात्रों को 50 फीसदी अंक और अन्य वर्गो के छात्रों को 45 फीसदी अंक होना चाहिए। दो वर्षों में 55 हजार फीस ही देना होगा।तीन कोर्स में एससी-एसटी के छात्रों का निशुल्क दाखिला अभी इग्नू में जुलाई सत्र का नामांकन 14 अगस्त चलेगा। यहां पर एससी, एसटी के छात्र-छात्राओं को तीन कोर्स गरीब छात्रों के लिए बीएएम, बीएससीएम और बीकॉमएफ पाठ्यक्रमों में प्रवेश शुल्क छूट का लाभ भी दिया जा रहा है। बिहार सरकार के मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के अंतर्गत 50,000 वित्तीय प्रोत्साहन पुरस्कार भी मिलता है।इग्नू दाखिला लेनेवालों में गांवों के छात्र-छात्राएं ज्यादाराज्य के विश्वविद्यालयों में एक- तिहाई से ज्यादा सीटें खाली हैं तो दूसरी ओर इंदिरा गांधी खुला विश्वविद्यालय (इग्नू) में दाखिला के सारे रिकार्ड टूट गए हैं। इस वर्ष अबतक इग्नू में एक लाख के करीब छात्रों ने दाखिला लिया है। सबसे अधिक नामांकन ग्रामीण इलाकों के 73.44 छात्रों ने लिया है। शहरी क्षेत्र के मात्र 26.48 छात्र ही हैं।दाखिला लेने वालों में 51.95 पुरुष जबकि 48.05 महिलाएं हैं। ये संख्या अभी और बढ़ेगी क्योंकि 14 अगस्त तक नामांकन होगा। पिछले वर्ष इग्नू में 86,152 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था।20 फीसदी से अधिक रोजगार पेशा वालों का नामांकन सबसे ज्यादा वैसे छात्रों ने नामांकन कराया है, जो बेरोजगार हैं। इनका प्रतिशत 79.43 है। वहीं 20.55 रोजगार करने वाले लोगों ने भी नामांकन लिया है। इनमें ज्यादा प्रोफेसनल कोर्सों में नामांकन लेने वाले हैं। खासकर एमबीए, बीएड सहित कई सर्टिफिकेट कोर्स शामिल है। वहीं इग्नू के 0.02 कर्मियों ने भी दाखिला लिया है।सबसे अधिक 41.53 फीसदी नामांकन ओबीसी का यहां सबसे ज्यादा नामांकन ओबीसी ने कराया है। इनका प्रतिशत 41.53 है। वहीं सामान्य वर्गों का 23.71,एससी वर्ग का 12.55 और सबसे कम एसटी का 1.84 छात्र शामिल है। ईडब्ल्यूएस के 6.09 और ओबीसी क्रिमी लेयर के 14.27 ने नामांकन लिया है।बिहार के सभी विवि में बंद हैं डिस्टेंश मोड में दाखिला इग्नू में नामांकन की संख्या बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है राज्य के विश्वविद्यालयों में दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से होने वाला नामांकन बंद है। विश्वविद्यालयों को नैक से ए ग्रेड नहीं मिलने से दूरस्थ शिक्षा चलाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा नालंदा खुला विवि में अब तक नामांकन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।इग्नू में स्नातक से लेकर स्नातकोत्तर में कई नए कोर्स शुरू किये गए हैं। यहां बेहतर सुविधाएं छात्रों को दी जा रही है। रोजगारपरक कोर्स की संख्या काफी है। -डॉ. अभिलाष नायक, क्षेत्रीय निदेशक

2024-08-02 08:41:25

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