एक भी शिक्षक की तैनाती न होने से एक महीने से बंद है स्कूल, बढ़ी बच्चों की मुश्किलें

एक भी शिक्षक की तैनाती न होने से एक महीने से बंद है स्कूल, बढ़ी बच्चों की मुश्किलें

कॉन्वेंट विद्यालयों  को टक्कर देने के लिए परिषदीय स्कूलों को शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने के साथ ही विद्यालय में आधुनिक संसाधनो से लैस करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग तत्पर है, लेकिन उनके अधिकारी सरकार की मंसूबे पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।ऐसा मामला जिले के लालगंज ब्लॉक के सिधौना उच्च प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिल रहा है। जहां एक भी शिक्षक की तैनाती न होने से एक माह से विद्यालय बंद चल रहा है।हालांकि विद्यालयों में तीस बच्चों का नामांकन है। विद्यालय बंद रहने से बच्चों का भविष्य अधर में पड़ा है। लालगंज ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सिधौना एक प्रधानाध्यापिका के भरोसे संचालित हो रहा था।विद्यालय पर तैनात प्रधानाध्यापिका 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गई। प्रधानाध्यापिका के सेवानिवृत्त होने पर विद्यालय शिक्षक विहीन हो गया है। एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो गया।सभी स्कूलों में बच्चों का नामांकन चल रहा है। वहीं यह स्कूल बंद कर दिया गया है। पिछले सत्र में छह से आठवीं तक कुल 55 बच्चों का नामांकन था। आठवीं के 25 बच्चे पास आउट हो गए। इस विद्यालय में अभी भी कक्षा छह व सात में 15-15 बच्चों का नामांकन है।विद्यालय बंद होने से छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में है। वहीं नए सत्र में नामांकन भी नहीं हो सका। विभागीय सूत्रों के अनुसार विद्यालय की प्रधानाध्यापिका की सेवानिवृत्त होने के बाद बीईओ लालगंज द्वारा कम्पोजिट विद्यालय सराय मारूफ के एक शिक्षक को शिक्षण कार्य के लिए नामित किया गया।लेकिन उक्त शिक्षक अस्वस्थता दिखाकर मेडिकल पर चल गए। इसके बाद इसी विद्यालय के एक सहायक शिक्षक को उच्च प्राथमिक विद्यालय  शिक्षण कार्य के लिए नामित किया गया। इसके बाद भी विद्यालय नहीं खुल रहा है और विद्यालय में शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसा नहीं है कि विभाग के अधिकारी इससे अनभिज्ञ है। इसके बावजूद वे चुप्पी बनाए हुए हैं। इसे लेकर स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है।  

2024-04-28 21:23:34

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