
DU ने की थी रिजल्ट में गलतियां, अब तुरंत समाधान की मांग कर रहा है छात्रसंघ
दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सेज के रिजल्ट में कई तरह की गड़बड़ी आई हैं। इससे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीयू छात्रसंघ ने मंगलवार को समस्याओं का संज्ञान लेकर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा। डूसू के पदाधिकारियों ने इसका तुरंत समाधान करने की भी मांग की। छात्रों का कहना है कि नवंबर और दिसबंर महीने की सेमेस्टर परीक्षा के नतीजों में व्यापक स्तर पर गड़बडी पाई गई हैं।परीक्षा के दौरान उपस्थित अधिकांश छात्रों के मार्कशीट में एसेंशियल रिपीट या अनुपस्थित लिखा गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने परीक्षा विभाग के अधिष्ठाता को ज्ञापन सौंपकर गड़बड़ी को ठीक करने, छात्रों की सुविधा के लिए परीक्षा पुनर्मूल्यांकन शुल्क न लेने और जांच करने के लिए एक कमेटी गठित करने की मांग की है।दिल्ली विश्वविद्यालय एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है जिसमें पढ़ाई करने के लिए ज्यादातर छात्र सपना देखते हैं। यहां परीक्षा सेमेस्टर वाइज आयोजित की जाती है। डीयू में ग्रेजुएशन लेवल की पढ़ाई 3 साल की होती है और प्रत्येक साल में 2 सेमेस्टर के माध्यम से परीक्षा आयोजित की जाती। ऐसे में तीन साल में कुल मिलाकर 6 सेमेस्टर होते हैं।बता दें, पहले दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला कट ऑफ लिस्ट के माध्यम से किया जाता था, लेकिन अब दिल्ली विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए केवल CUET परीक्षा और कॉमन सीट आवंटन प्रणाली (CSAS) के माध्यम से किया जाता है। CUET परीक्षा पास करने के बाद, छात्रों दाखिले के लिए आगे बढ़ सकते हैं। इसी के साथ बता दें, सभी प्रोग्राम के लिए सीट आवंटन कई राउंड में किया जाएगा। सीटें कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) या अन्य राष्ट्रीय स्तर के परीक्षणों में प्राप्त अंकों, चुने गए कॉलेज और प्रोग्राम के आधार पर, उम्मीदवार की कैटेगरी (एससी/एसटी/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस/यूआर) और सीटों की उपलब्धता के आधार पर आवंटित की जाती हैं।
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