
छह महीने के बेटे के साथ शुरू की थी UPSC की तैयारी, आई थी ये परेशानी, ऐसे पास की परीक्षा
UPSC Success story: यूपीएससी परीक्षा पास करना आसान नहीं है। हर साल लाखों उम्मीदवार परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन केवल कुछ हजार ही इस परीक्षा में सफल हो पाते हैं। आज हम आपको हरियाणा के कुरूक्षेत्र की प्रगति रानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो साल 2021 में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुईं, लेकिन कुछ अंक कम होने के कारण असफल हो गई थी। परीक्षा में असफल होने के बाद उन्होंने अपना सफर रोका नहीं और करियर को बनाने के लिए यूपीएससी की तैयारी में जुट गई।बता दें, 16 अप्रैल को जारी हुए यूपीएससी सीएसई रिजल्ट की फाइल लिस्ट में तीन साल के बच्चे की मां, 31 वर्षीय प्रगति रानी का नाम शामिल हैं, जिन्होंने 355वीं रैंक हासिल की है। आइए जानते हैं उनके बारे में।प्रगति रानी पेशे से रेडियोलॉजिस्ट हैं। उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी तब शुरू की जब उनका बेटा राजवर्धन वर्मा सिर्फ छह महीने का था। रानी ने एक न्यूज वेबसाइट को इंटरव्यू देते हुए बताया कि उनका सफर आसान नहीं था। जिस समय उन्होंने तैयारी शुरू की थी, बेटा काफी छोटा था और उनके पति डॉ. अतुल वर्मा अपनी MD की पढ़ाई के लिए बाहर गए हुए थे।उन्होंने बताया, "मैं अपने घर से ही सिविल सेवाओं की तैयारी करती थी, मुझे पढ़ाई के लिए ज्यादा समय नहीं मिला था। मैं अपने बच्चे को इग्नोर नहीं करना चाहती थी। कभी-कभी वह अपनी दादी के पास चला जाता था। उस समय मैं कुछ प्रश्न हल कर लिया करती थी या कुछ विषयों को कवर करती थी, उस समय मेरे लिया ये सब आसान नहीं था"मेरा बेटा जब वह रात करीब 9.30 बजे सो जाता था, तो मैं रोजाना लगभग तीन या चार घंटे पढ़ाई किया करती थी। ये मेरे लिए दिनभर का सबसे फोकस करने वाला समय होता था। इसलिए मैं रोजाना प्लानिंग करती थी कि बेटे के सोने के समय मुझे कौन- कौन से चैप्टर कवर करने हैं।आपको बता दें, सभी परेशानियों और कठिनाईयों का सामना करते हुए, रानी ने तीन प्रतिष्ठित परीक्षाएं पास कीं है। उन्होंने दो बार यूपीएससी, और एक बार हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा पास की है, जिसमें उन्होंने दूसरे स्थान हासिल किया था।बता दें, यूपीएससी सीएसई 2022-23 में रानी को 740वीं रैंक मिली थी। जिसके बाद वह दिल्ली, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली में सिविल सेवाओं के लिए तैनात होने के लिए DANICS कैडर हासिल कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने हरियाणा सिविल सेवाओं में शामिल होना चुना और साल 2023 में हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने दूसरा स्थान हासिल किया।HPSC में सफल होने के बाद उनकी ट्रेनिंग समाप्त हुई और नवंबर 2023 में रानी अंबाला मंडल आयुक्त के यहां विशेष कर्तव्य अधिकारी के रूप में शामिल हुईं। हालांकि उस दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में अपने स्कोर को बेहतर बनाने के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखी थी।उन्होंने कहा, इस बार तैयारी अधिक कठिन थी, क्योंकि उनका बेटा बड़ा था। ऐसे में बेटे को पता था कि उसकी मां दूसरे कमरे में पढ़ रही थी। ऐसे में मेरा बच्चा बार- बार कमरे में आता था और मुझसे खेलने की जिद्द किया करता था। बेटे को मना करना मेरे लिए काफी कठिन होता था।हालांकि रानी की मेहनत रंग लगाई और उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 355वीं रैंक हासिल की। बता दें, रानी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कैटेगरी से आती हैं, इसलिए वह इस बार आईएएस पद मिलने की उम्मीद कर रही हैं।रानी ने यूपीएससी के उम्मीदवारों को प्लान बी तैयार रखने की सलाह देते हुए कहा कि परीक्षा "अप्रत्याशित" है। इस परीक्षा के लिए दो साल तक लगातार पढ़ाई करने की आवश्यकता होती है। एक साल परीक्षा की तैयारी के लिए और दूसरा साल परीक्षा के तीन चरणों के लिए। इसलिए उम्मीदवारों को इस दौरान अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। इस परीक्षा को जीवन न समझें, बल्कि जीवन को भी समय दें।
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