
BRABU: पिछला रिजल्ट सुधारे बिना शुरू कर दी अगली परीक्षा, हजारों छात्र परेशान
बीआरएबीयू के पीजी सेकंड सेमेस्टर के रिजल्ट में सुधार नहीं हुआ है और थर्ड सेमेस्टर में इंटरनल 30 मई से शुरू कर दिया गया। बिना रिजल्ट सुधार हुए इंटरनल परीक्षा लेने से छात्र परेशान हैं। उनका कहना कि वह अपना इंटरनल कैसे देंगे। हालांकि, परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि सभी छात्र इंटरनल दे सकते हैं।पीजी सेकेंड सेमेस्टर में 4500 छात्रों ने रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत की थी। छात्रों ने इसके लिए विवि में हंगामा भी किया था। परीक्षा विभाग ने आश्वासन दिया था कि इन कॉपियों की फिर से समीक्षा की जायेगी। कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय ने बताया कि कॉपियों की रीटोटलिंग कराई जायेगी, इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। पीजी सेकेंड सेमेस्टर सत्र 2022-24 का रिजल्ट आने के बाद ही छात्रों ने विवि में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। छात्रों का कहना था कि सभी उत्तर लिखने के बाद भी उन्हें फेल कर दिया गया है। फिजिक्स के सीसी फाइव पेपर और हिस्ट्री में सीसी छह पेपर में कई छात्रों को फेल कर दिया गया था। इन छात्रों ने छात्र संवाद में भी अपनी बात रखी थी। छात्र संवाद में इस समस्या का समाधान होने की बात कही गयी थी, लेकिन रिजल्ट जारी होने के 20 दिन बाद भी सुधार नहीं होने से छात्र आक्रोशित हैं। कई विभागों ने थर्ड सेमेस्टर में दाखिले की तारीख भी निकाल दी है। 22 से 29 जून तक थर्ड सेमेस्टर का फॉर्म भरा जाना है। परीक्षा विभाग का कहना है कि फार्म भरने से पहले सारा रिजल्ट सुधर जायेगा।एक बजे के बाद नहीं, 10-11 बजे के बीच होगी वीसी सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ होनेवाली वीसी का समय शुक्रवार से बदल दिया गया है। अब यह 10-11 बजे के बीच होगी। पहले वीसी का समय एक बजे के बाद का था। मुख्य सचिव के आदेश के आलोक में जिला पदाधिकारी द्वारा वर्तमान में भीषण गर्मी के साथ लू के मद्देनजर जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय (कोचिंग संस्थान सहित) में 30 मई से 8 जून तक शिक्षण कार्य बंद रखा गया है। डीईओ ने निर्देश दिया है कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा वीसी में दिये गये निर्देश के अनुसार विद्यालय में केवल शिक्षण कार्य बंद रखा गया है, जबकि प्रशासनिक कार्य पूर्ववत चलेंगे।ई-शिक्षाकोष पर छात्र-छात्राओं के विवरणी को समय पर अपलोड कराने, बच्चों का आधार अपडेशन, विभिन्न स्तरों से निर्गत आदेश-निर्देश का समय पर अनुपालन, विभिन्न परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन एवं परिणाम प्रकाशन संबंधी तैयारी, विद्यालय में चल रही विभिन्न योजनाओं के सम्पादन आदि को करना है। शिक्षक पहले के निर्धारित समय पर ही आएंगे।बिना पंखे के शिक्षक भी हो रहे बेहोश:जिले के 30 फीसदी से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जहां अभी भी बिजली की व्यवस्था नहीं है। जिन स्कूलों में बिजली है, वहां भी पंखे की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में बिना पंखे के शिक्षक भी बेहोश हो रहे हैं। जिले के अलग-अलग स्कूलों में कई महिला शिक्षकों की तबियत गुरुवार को बिगड़ गई थी।
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