
BPSC : प्रधानाध्यापक बनने के लिए दक्षता परीक्षा या शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास होना जरूरी
बिहार लोक सेवा आयोग की अधिसूचना के अनुसार 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षकों को आवेदन के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। वहीं, 2012 से पहले नियुक्त शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा में उत्तीर्णता आवश्यक होगी। सीबीएसई, आईसीएसई तथा बिहार बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा या पात्रता परीक्षा का प्रविधान लागू नहीं होगा। आवेदन के लिए राज्य सरकार के विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम आठ वर्ष की लगातार सेवा, सीबीएसई, आईसीएसई व बिहार बोर्ड से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालयों में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 12 साल की लगातार सेवा तथा सीबीएसई, आइसीएसई व बिहार बोर्ड से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 10 वर्ष की लगातार सेवा अनिवार्य है।BPSC : बिहार में 40247 प्रधान शिक्षकों और 6061 प्रधानाध्यापकों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी, जानें योग्यता समेत 10 बड़ी बातेंनिगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं सचिवसचिव रविभूषण ने बताया कि प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए मेधा सूची लिखित परीक्षा के भाग एक और दो में प्राप्त अंक के आधार पर बनेगी। लिखित परीक्षा वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय आधारित होगी। प्रत्येक प्रश्न एक-एक अंक का होगा। गलत जवाब के लिए ऋणात्मक अंक का प्रविधान नहीं है। लिखित परीक्षा के लिए पुनर्मूल्यांकन का प्रविधान नहीं है।प्रधान शिक्षक पदकोटि कुल पद महिलासामान्य 10081 3529ईडब्ल्यूएस 4018 1408एससी 8041 2814एसटी 806 283ईबीसी 10056 3521बीसी 7245 2538कुल 40247 14093
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