बिहार कांग्रेस ने NEET के रिजल्ट पर लगाए धांधली के आरोप, दी आंदोलन की चेतावनी

बिहार कांग्रेस ने NEET के रिजल्ट पर लगाए धांधली के आरोप, दी आंदोलन की चेतावनी

NEET UG Result: नीट यूजी परीक्षा के रिजल्ट को लेकर नेशनल टेस्ट एजेंसी के कार्य पद्धति पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं। द क्वालीफायर के संस्थापक ने नेशनल टेस्ट एजेंसी से जहां कई सवाल पूछे हैं, वहीं नीट परीक्षा के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने आंदोलन की चेतावनी दी है। नीट परीक्षा 2024 में नेशनल टेस्ट एजेंसी के द्वारा भारी गलती करने के आरोप लगाए जा रहे है। पूर्णिया जिले के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान द क्वालीफायर के संस्थापक आदित्य केजरीवाल ने शुक्रवार को नेशनल टेस्ट एजेंसी से कुछ सवाल पूछे हैं। केजरीवाल ने सवाल किया कि 67 बच्चों ने नीट परीक्षा 2024 में टॉप किया है। पिछले कुछ सालों में 720 में 720 अंक लाने वाले में कुछ छात्र ही रहे हैं, लेकिन इस बार 67 कैसे आए ? 67 में से 44 ऐसे छात्र हैं जो ग्रेस मार्क्स के आधार पर हैं। सवाल ये है कि क्या ग्रेस मार्क्स के आधार पर नीट के टॉपर्स का चयन होगा।डॉक्टर आदित्य केजीरवाल ने कहा है कि हरियाणा के फरीदाबाद में एक ऐसा परीक्षा केंद्र है, जहां सीरियल नंबर 62 से सीरियल नंबर 69 तक 8 टॉपर हैं, जिसमे 6 ऐसे है जिनको 720 में 720 अंक मिले हैं और दो ऐसे हैं जिन्हे 719 और 718 अंक मिले हैं। ये अपने आप मे हैरान करने वाला है कि क्या ऐसा हो सकता है? क्या ये नीट के नंबर की प्रक्रिया और पूरे परीक्षा पर सवाल नहीं खड़ा कर रहा।कांग्रेस ने धांधली का आरोप लगाते हुए दी आंदोलन की चेतावनीबिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जयवर्धन सिंह ने नीट के रिजल्ट पर हुए धांधली का आरोप लगाते हुए कई सवाल सरकार से किया गया है, और सरकार को इस परीक्षा की जांच करवाने मांग की है। जयवर्धन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहली बार 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक मतलब 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। इनमें से 8 छात्र एक ही सेंटर के छात्र थे जो बड़े संदेह के दायरे में दिख रहे है।ऐसा पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों ने 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है, इससे पहले 4 छात्र ही यह कीर्तिमान बना पाए थे। 5 मई को नीट 2024 की परीक्षा हुई थी, जिसका परिणाम 14 जून को आना था लेकिन यह परिणाम 10 दिन पहले 4 जून को ही निकाल दिये गये। जिस दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे आ रहे थे, जिससे परीक्षा कराने वाली सरकारी एजेंसी एनटीए के ऊपर बहुत सारे सवाल उठाये जा रहे हैं। इम्तिहान के ठीक 24 दिन पहले 9 और 10 अप्रैल को एप्लीकेशन विंडो को खोला गया।प्रदेश प्रवक्ता ने सवाल करते हुए पूछा है कि ऐसा क्यों किया गया, कितने बच्चों ने तब फॉर्म भरा, उनमें से कितने कौन से सेंटर के थे, उनमें से कितनों का सेलेक्शन हुआ? उनके रोल नंबर सार्वजनिक करने की मांग उठ रही है। पहले नीट पेपर लीक की खबर और अब रिजल्ट में गड़बड़ी से देश के लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। सरकार इसका जवाब दे और इसकी जांच करवाए अन्यथा हम सभी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। 

2024-06-08 12:16:27

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