बिहार के NEET टॉपर मंसूर ने बताया, कहां से करना चाहते हैं MBBS, कैसे की तैयारी

बिहार के NEET टॉपर मंसूर ने बताया, कहां से करना चाहते हैं MBBS, कैसे की तैयारी

बिहार के दरभंगा के मांजिन मंसूर ने नीट यूजी में ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल किया है। 720 में 720 अंक प्राप्त किए। उन्होंने ने बताया कि मेरे परिवार में कई लोग डॉक्टर हैं। लोगों की सेवा करते हुए देखता था तो मेरा भी मन करता था कि डॉक्टर बनूं। कोटा में जाकर तैयारी की। अब एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करूंगा। सिर्फ छोटी-छोटी गलतियों पर फोकस किया ताकि नीट के पेपर में गलती नहीं कर दूं। पिता डॉ मसूर बख्त भी पीडियाट्रीशियन हैं।टॉपर लिस्ट पर भी सवाल, 62 से 69 तक एक सेंटर केपरीक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि एनटीए ने टॉप 100 की सूची जारी की है। इसमें सीरियल नंबर 62 से लेकर 69 तक के छात्रों पर सवाल उठ रहे हैं। एक्सपर्ट ने कहा कि 62 से लेकर 69 तक छात्रों का पंजीयन नंबर एक ही सेंटर का प्रतीत हो रहा है। हरियाण, दिल्ली व राजस्थान के छात्र शामिल हैं।आसान पेपर, ग्रेस मार्क्स के कारण बढ़े टॉपरनीट यूजी- 2024 में रिकॉर्ड 67 टॉपरों को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने बुधवार को कई कारण गिनाए। कहा कि ऐसा तुलनात्मक रूप से आसान पेपर, ज्यादा रजिस्ट्रेशन, दो सही उत्तर वाले एक प्रश्न और ग्रेस मार्क्स से हुआ। इस परीक्षा का परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया और 67 छात्रों ने ऑल इंडिया रैंक वन हासिल की। इस घोषणा के बाद रिकॉर्ड संख्या में टॉपरों द्वारा 718 व 719 अंक प्राप्त करने को लेकर सवाल उठे।NEET : नीट में किसी के 718 और 719 मार्क्स आ ही नहीं सकते, आरोपों पर NTA ने दिया जवाबसरकारी MBBS सीट पर में दाखिला मुश्किल होगाइस बार देश और बिहार के मेडिकल कॉलेजों में बेहतर अंक प्राप्त करने के बाद भी दाखिला मुश्किल है। नीट रिजल्ट का कटऑफ काफी ऊपर गया है। नतीजतन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 650 अंक लाकर भी दाखिला होगा या नहीं कहना मुश्किल है। बिहार के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में करीब 1350 सीट है। इनमें 15 सीटें केन्द्रीय कोटे में चला जाता है। इससे यहां अधिक अंकों पर नामांकन होगा। बिहार के 85 सीटों पर करीब 1051 पर दाखिला होगा। नीट यूजी पेपर 720 अंकों का होता है। इसमें 650 से ज्यादा अंक हासिल करने वाले छात्रों की रैंक इस बार 30 हजार से पार चली गयी है। गोल इंस्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह कहते हैं कि 655 अंक तक प्राप्त करने वाले छात्रों को इस बार एमबीबीएस सीट बिहार में मिलने की संभावना है।दरअसल, सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट हासिल करने के लिए नीट कटऑफ भी पहले की तुलना में ज्यादा होगा। बिहार में पिछले साल एमबीबीएस की अंतिम सीट सामान्य वर्ग के छात्रों को ऑल इंडिया रैंक 18058 (अंक 620) वालों को मिल गई थी, जबकि इस बार 650 तक भी प्राप्त करने वालों को एमबीबीएस सीट मिलना मुश्किल लग रहा है। इस बार बिहार से 1,54,461 छात्र पंजीयन हुए थे, जिसमें 1,49,542 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। 74743 छात्र क्वालिफाई किये हैं। वहीं, 74,799 फेल हो गये हैं। यानि फेल छात्र को 164 अंक भी प्राप्त नहीं हुआ। 2023 में 620 अंक प्राप्त करने वालों की एआईआर रैंक थी 18058 तो इस बार 630 अंक वालों की एआईआर है 48600। इसके साथ ही छात्रों ने रिजल्ट में धांधली का आरोप भी लगाया है। 

2024-06-06 07:30:30

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