
BEd का विकल्प : NCTE के 4 वर्षीय कोर्स ITEP के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, बचता है 1 साल
NCET , NCTE ITEP Admission : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीईटी 2024) के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब इसके लिए 15 मई 2024 तक आवेदन किया जा सकता है और फीस का भुगतान भी 15 मई 2024 तक किया जा सकता है। आपको बता दें कि इसी कोर्स के जरिए देश के विभिन्न संस्थानों में नए चार वर्षीय आईटीईपी ( इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम ) में दाखिला होगा। आईटीईपी कोर्स के तहत 12वीं पास छात्र चार वर्षीय बीए बीएड, बीएससी बीएड और बीकॉम बीएड कोर्स करेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के तहत वर्ष 2030 से चार वर्षीय बीएड या चार-वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) डिग्री धारक ही शिक्षक बन पाएंगे, ऐसे में टीचर बनने के लिए इस कोर्स की बहुत ज्यादा अहमियत हो गई है। यह कोर्स एनईपी के तहत बनी नई स्कूल संरचना के चार चरणों यानि फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल और सेकेंडरी (5+3+3+4) के लिए शिक्षकों को तैयार करेगा। इच्छुक उम्मीदवार ncet.samarth.ac.in पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। आईआईटी, एनआईटी, आरआईई समेत चुनिंदा केंद्रीय / राज्य विश्वविद्यालयों / संस्थानों और सरकारी कॉलेज में 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) में एडमिशन के लिए एनसीईटी प्रवेश परीक्षा आयोजित की जा रही है। क्या है आईटीईपी कोर्सराष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने पूरे देश में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से 41 अध्यापक शिक्षा संस्थानों (टीईआई) में एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) शुरू किया था। मार्च 2023 में इस कोर्स को लॉन्च किया गया। यह एनईपी 2020 के तहत एनसीटीई का एक प्रमुख कार्यक्रम है।आईटीईपी, जिसे 26 अक्टूबर 2021 को अधिसूचित किया गया था, एक 4 साल की दोहरी-समग्र स्नातक डिग्री है, जो बी.ए. बी.एड./ बी.एससी बी.एड. / और बी.कॉम बी.एड. कोर्स ऑफर करती है। यह कोर्स नई शिक्षा नीति के अंतर्गत दिए गए नए स्कूल एजुकेशन सिस्टम के 4 चरणों यानी फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल और सेकेंडरी (5+3+3+4) के लिए शिक्षकों को तैयार करेगा। 12वीं के बाद टीचर बनने के लिए शानदार विकल्प हैयह कार्यक्रम शुरू में प्रतिष्ठित केंद्र/राज्य सरकार के विश्वविद्यालयों/संस्थानों में पायलट मोड में चलाया जा रहा है। आईटीईपी उन सभी छात्रों के लिए उपलब्ध होगा, जो सेकेंडरी के बाद अपनी पसंद से शिक्षण को अपने करियर के रूप में चुनते हैं। बचेगा एक सालइस इंटीग्रेटेड कोर्स से छात्रों को एक वर्ष की बचत का लाभ होगा, क्योंकि वे वर्तमान बी.एड. योजना के लिए आवश्यक 5 वर्षों के बजाय पाठ्यक्रम को 4 वर्षों में पूरा करेंगे। इसके लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा राष्ट्रीय सामान्य प्रवेश परीक्षा (एनसीईटी) के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा।आईटीईपी न केवल अत्याधुनिक शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई), मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (एफएलएन), समावेशी शिक्षा और भारत तथा इसके मूल्यों/आचारों/कला/परंपराओं की समझ व अन्य विषयों का आधार भी स्थापित करेगा। पाठ्यक्रम पूरे अध्यापक शिक्षा क्षेत्र के पुनरोद्धार में महत्वपूर्ण योगदान देगा। भारतीय मूल्यों और परंपराओं पर आधारित एक बहु-विषयक वातावरण के माध्यम से इस पाठ्यक्रम से उत्तीर्ण होने वाले भावी शिक्षकों को 21वीं सदी के वैश्विक मानकों की आवश्यकताओं से परिचित कराया जाएगा और इस प्रकार, वे नए भारत के भविष्य को स्वरूप देने में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।डीयू में आईटीईपीश्यामा प्रसाद मुखर्जी महिला कॉलेज, माता सुंदरी महिला महाविद्यालय और जीसस एंड मैरी कॉलेज को एनसीटीई द्वारा आईटीईपी के लिए अनुमोदन प्रदान किया गया है।
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